एंबुलेंसकर्मियों की हड़ताल हुई तो संभल नहीं पाएगी व्यवस्था Aligarh News
एंबुलेंस पर भले ही सरकार ने एस्मा लागू कर दी हो मगर 22 व 23 सितंबर को प्रस्तावित हड़ताल हुई तो स्थिति संभले नहीं संभलेगी।
अलीगढ़ (जेएनएन)। इमरजेंसी मेडिकल ट्रांसपोर्ट सेवा (108, 102, एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस) पर भले ही सरकार ने एस्मा लागू कर दी हो, मगर 22 व 23 सितंबर को प्रस्तावित हड़ताल हुई तो स्थिति संभले नहीं संभलेगी, क्योंकि स्वास्थ्य विभाग या प्रशासन ने इससे निपटने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की है।
कर्मचारियों के उत्पीडऩ का आरोप
एंंबुलेंस कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष हनुमान पांडेय, प्रदेश महामंत्री ब्रजेश कुमार व कोषाध्यक्ष सुशील पांडेय का लेडर हेड, जो मीडिया को संबोधित था, सामने आया। इस लेटरहेड पर किसी के हस्ताक्षर नहीं थे। इसमें विभिन्न समस्याएं गिनाते हुए कर्मचारियों के उत्पीडऩ का आरोप लगाया गया है।
समन्वय के साथ हो काम
जिला स्तर पर हड़ताल से संबंधित कोई पत्र संगठन या स्टाफ की तरफ से नहीं दिया गया। हालांकि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक पंकज कुमार ने 20 सितंबर को ही सभी डीएम को पत्र लिखकर एंबुलेंस सेवा के कर्मचारियों के चक्का जाम की संभावना की जानकारी दी थी। अनुरोध किया था कि सीएमओ और पुलिस अधिकारियों के साथ मिलकर इमरजेंसी सेवाओं के संचालन में समन्वय बैठाकर कार्य करें।
मरीजों को होगी परेशानी
जिले में 102 की 43, 108 की 33 व एडवांस लाइफ सपोर्ट की तीन एंबुलेंस संचालित हैं। कर्मचारी हड़ताल पर गए तो गंभीर मरीजों व गर्भवतियों के लिए परेशानी होगी। एसीएमओ डॉ. पीके शर्मा ने बताया कि हड़ताल की केवल अफवाह है, यहां कोई सूचना नहीं मिली है। अब एस्मा भी लागू हो गई है। कर्मचारी किसी के बहकावे में न आएं।