काश, हमारा भी हाल जान लेते प्रधानमंत्री
डीएस कॉलेज के ऑडिटोरियम में वर्चुअल संवाद सुनने पहुंचे स्ट्रीट वेंडर।
जासं, अलीगढ़ : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वर्चुअल संवाद को यहां स्ट्रीट वेंडरों (पथ विक्रेता) ने उत्साहपूर्वक सुना। ये टीस जरूर रही प्रधानमंत्री ने अलीगढ़ के किसी वेंडर से बात नहीं की। आगरा, वाराणसी व लखनऊ के वेंडरों का ही हाल जाना। इन शहरों के वेंडरों की बताई तकनीक शहर के वेंडरों को खूब भायी। कुछ ने तो ये तकनीक अपनाने का मन भी बना लिया। संवाद के बाद कमिश्नर जीएस प्रियदर्शी ने शहर में वेंडिग जोन व्यवस्था को प्रभावी करने के निर्देश दिए हैं।
मंगलवार को वर्चुअल संवाद को सुनने के लिए नगर निगम ने डीएस कॉलेज के ऑडिटोरियम में व्यवस्था कराई थी। शहर के करीब 150 स्ट्रीट वेंडर कार्यक्रम में मौजूद थे। वर्चुअल संवाद के दौरान वाराणसी के मोमोज विक्रेता अरविद मौर्या व पीएम की बातचीत को वेंडरों ने ध्यान से सुना। अरविद ने बताया कि कोविड- 19 की गाइडलाइन का पालन करने वालों को वह एक मोमोज मुफ्त में देते हैं। इससे कोरोना के प्रति जागरूकता बढ़ती है और मार्केटिग भी होती है। आगरा की महिला के डिजिटल पेमेंट की व्यवस्था भी खूब भायी। तालियां बजाकर वेंडरों ने हर्ष जताया। ऑडिटोरियम में कमिश्नर के अलावा नगर आयुक्त सत्यप्रकाश पटेल, अपर नगर आयुक्त अरुण कुमार गुप्त, सहायक नगर आयुक्त राजबहादुर सिंह, पार्षद पुष्पेंद्र जादौन, वीरेंद्र सिंह, नरेंद्र वाष्र्णेय, बैंक व डूडा अधिकारियों ने भी पीएम को सुना। वेंडर भुवनेश कुमार व कैलाश चंद्र को ऋण स्वीकृति प्रमाण पत्र दिए गए। नगर पालिका, पंचायतों में भी आयोजित कार्यक्रम के दौरान प्रमाण पत्र दिए गए। कमिश्नर ने बताया कि पीएम स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि के तहत 13500 लक्ष्य के सापेक्ष 13359 वेंडरों के ऑनलाइन आवेदन मिले। इनमें 6832 आवेदन बैंकों में स्वीकृत हुए और 4851 वेंडरों को ऋण दिया गया। प्रत्येक वेंडर के बच्चों को शिक्षित बनाना होगा। निगम को लक्ष्य तक पहुंचने के लिए तेजी लानी होगी। कमिश्नर ने स्ट्रीट वेंडर्स को शहरी आजीविका केंद्र से जोड़ने, जनहित की योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए नगर निगम को निर्देशित किया। ये भी कहा कि वेंडरों को स्किल डेवलपमेंट से जोड़कर प्रशिक्षित किया जाए। ऋण चुकाने के बाद 20 हजार का ऋण दिलाने को भी कहा। नगर आयुक्त ने कहा कि कठपुला के निकट तस्वीर महल चौराहे की ओर वेंडिग जोन बनाया जा रहा है, जो शाम को खुलेगा। यहां शॉपिंग के साथ बच्चों के मनोरंजन के इंतजाम भी होंगे।
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वेंडरों की पीड़ा
अंडे की ढकेल लगाता हूं। 10 हजार का लोन मिलने की जानकारी हुई थी, तभी से नगर निगम के चक्कर लगा रहा हूं। कोई जानकारी नहीं दे रहा है।
वेदप्रकाश शर्मा, गांधीनगर
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ढकेल पर मसाले बेचता हूं। एक हफ्ते पहले आवेदन किया, मगर लोन नहीं मिला। बताया कि डीएस कॉलेज में लोन मिलेगा, इसलिए आ गया।
दिलशाद, ऊपरकोट
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मैं मोजे की ढकेल लगाता हूं। एक हफ्ते से लोन लेने का प्रयास कर रहा हूं। कोई ठीक से बताकर नहीं दे रहा है कि क्या करना है, परेशान हो गया हूं।
चंद्रप्रकाश शर्मा, गांधीनगर
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गोलगप्पे, टिक्की की ढकेल लगाता हूं। दो महीने पहले आवेदन किया था, लोन नहीं मिला। बैंक जाते हैं तो कहा जाता है कि ऐसी कोई स्कीम नहीं है।
किशनपाल, नगला मसानी