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हाथरस में मुर्गिया दूर करेंगी गरीबी

हाथरस में बैकयार्ड पाल्ट्री फार्म योजना को दिया जा रहा बढ़ावा

By JagranEdited By: Published: Sat, 19 May 2018 03:00 PM (IST)Updated: Sat, 19 May 2018 03:00 PM (IST)
हाथरस में मुर्गिया दूर करेंगी गरीबी
हाथरस में मुर्गिया दूर करेंगी गरीबी

अलीगढ़ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा है कि ग्रामीण अंचल में रहने वाले गरीब अनुसूचित जाति के परिवारों को उनके घर पर रोजगार मिले। हाथरस में इसके तहत मुर्गीपालन को बढ़ावा दिए जाने के लिए बैकयार्ड पाल्ट्री योजना शासन ने लागू की है। इससे उन्हें रोजगार के अवसर देकर लाभावित किया जा सके।

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुर्गी पालन को व्यवसाय के रूप में अपनाने के लिए बैकयार्ड पाल्ट्री फार्म योजना संचालित की है। इसके लिए शासन ने जिले में 6 लाख रुपये की धनराशि उपलब्ध कराई है। जिससे 200 गरीब अनुसूचित जाति परिवारों को लाभावित किया जाएगा। प्रत्येक चयनित परिवार पर करीब तीन हजार रुपये खर्च किए जाएंगे। इसके लिए उन्हें 50-50 चूजे दिए जाएंगे। उन्हें एक सप्ताह का निश्शुल्क प्रशिक्षण भी उनके नजदीक ही दिए जाने की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा चूजों को पालने के लिए दाना आदि के लिए करीब दो हजार रुपये की धनराशि उनके बैंक खातों में आरजीटीएस के माध्यम से भेजी जाएगी। ताकि वह इस व्यवसाय को अपनाकर आत्मनिर्भर बन सकें।

योजना में लाभावित होने के लिए पात्र लाभार्थियों का चयन ग्राम प्रधान द्वारा प्रस्तावित सूची के आधार पर होगा। सूची का परीक्षण संबंधित क्षेत्र के पशुचिकित्साधिकारी व पॉल्ट्री फार्म आफीसर द्वारा किया जाएगा। इसके बाद चयनित सूची को मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता वाली समिति द्वारा अनुमोदन के बाद लाभार्थी चयनित किए जाएंगे। इसके लिए अनुसूचित जाति का निर्धन गरीब को ही पात्र माना जाएगा।

मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ.आरके तिवारी का कहना है कि शासन से योजना मिलने के बाद सभी पशु चिकित्साधिकारियों के माध्यम से सूचना सभी गावों में प्रधान के पास भेज दी गई है। प्रधान की पात्रता सूची मिलने के बाद ही उसे जिला स्तरीय समिति के समक्ष पेश किया जाएगा। वहा से अनुमोदन के बाद योजना को लागू कर दिया जाएगा।


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