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हाथरस कांडः सीबीआइ फिर पहुंची बूलगढ़ी, पीड़िता के पड़ोसियों से कर रही बातचीत

शुक्रवार की दोपहर को टीम फिर से जांच अधिकारी सीमा पाहुजा के अगुवाई में घटनास्थल पर पहुुंच गई है। यहां छानबीन करने के बाद टीम गांव में पहुंची। पीड़िता के अास-पड़ोस के लोगों से बातचीत की। पीड़िता की चाची के घर जाकर भी जानकारी की।

By Mukesh ChaturvediEdited By: Published: Fri, 23 Oct 2020 01:51 PM (IST)Updated: Fri, 23 Oct 2020 01:51 PM (IST)
हाथरस कांडः सीबीआइ फिर पहुंची बूलगढ़ी, पीड़िता के पड़ोसियों से कर रही बातचीत
बूलगढ़ी गांव में जांच के लिए पहुंची सीबीआइ की जांच अधिकारी सीमा पाहूजा और अन्य अफसर।

जेएनएन, हाथरस।  बूलगढ़ी प्रकरण का सच तलाशने में जुटी सीबीआइ शुक्रवार को फिर पीड़िता के गांव पहुंच गई। टीम ने सबसे पहले घटनास्थल का निरीक्षण किया। अब सीबीआइ पीड़िता के पड़ोसियों से भी वार्ता कर रही है। टीम को हाथरस आए 12 दिन हो चुके हैं। लगातार जांच को आगे बढ़ा रही है। 

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स्वजन से की थी जानकारी 

टीम कई बार आरोपित और पीड़िता के स्वजन से पूरे घटनाक्रम की जानकारी कर चुकी है। घटनास्थल का भी पांच बार पहले की निरीक्षण किया है। शुक्रवार की दोपहर को टीम फिर से जांच अधिकारी सीमा पाहुजा के अगुवाई में घटनास्थल पर पहुुंच गई है। यहां छानबीन करने के बाद टीम गांव में पहुंची। पीड़िता के अास-पड़ोस के लोगों से बातचीत की। पीड़िता की चाची के घर जाकर भी जानकारी की। इतना ही नहीं टीम ने गांव के अन्य लोगों के घर जाकर भी जानकारी की। 

क्या है मामाला

यहां 14 सितंबर को गांव बूलगढ़ी की अनुसूचित जाति की युवती पर जानलेवा हमले का मामला सामने आया था। तब उसके भाई की तहरीर के अधार पर एक आरोपित संदीप ठाकुार पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने उसे जेल भिजवाया। आठ दिन बाद युवती के बयानों के आधार पर पुलिस ने मामले में धाराएं बढ़ाते हुए तीन अन्य आरोपितों को भी नामजद किया। सभी को गिरफ्तार कर टीम जेल भेज चुकी है। 29 सितंबर को युवती की मौत के बाद काफी बवाल मचा। मुख्यमंत्री ने 30 सितंबर को इस मामले में एसआइटी जांच के आदेश दिए। इसके बाद सीबीआइ जांच की सिफारिस की थी।

हरेक व्यक्ति से कई बार पूछताछ 

बूलगढ़ी मामले में 11 सितंबर को गाजियाबाद में मुकदमा दर्ज करने साथ ही टीम यहां जांच के लिए पहुंच गई थी। पिछले 12 दिनों में टीम 30 से अधिक लोगों से पूछताछ कर चुकी है। एक-एक व्यक्ति से कई बार पूछताछ की जा रही है। आरोपित और मृतका के स्वजन से कई बार जानकारी की गई है। बूलगढ़ी प्रकरण को लेकर वायरल हुए ऑडियो और वीडियो को सीबीआइ खंगाल रही है। 

एसआइटी की रिपोर्ट का इंतजार 

बूलगढ़ी प्रकरण में 17 दिन जांच के बाद एसआइटी जांच पूरी कर लखनऊ लौट चुकी है। एसआइटी ने मुख्यमंत्री को रिपोर्ट सौंपने के लिए तीन दिन का समय मांगा था। यह समय भी पूरा हाे चुका है। एसआइटी की जांच रिपोर्ट पर सभी की नजरें लगी हुई हैं। 


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