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हाथरस की युवती जेएन मेडिकल से दिल्‍ली शिफ्ट, सांस लेने में थी दिक्कत

एएमयू के जेएन मेडिकल में भर्ती हाथरस चंदपा क्षेत्र की युवती को सोमवार को दिल्‍ली शिफ्ट कर दिया गया है। युवती को सांस लेने में भी दिक्कत है। इस कारण उसे एएमयू के जेएन मेडिकल कॉलेज में वेंटिलेटर पर रखा गया था।

By Sandeep SaxenaEdited By: Published: Mon, 28 Sep 2020 01:38 PM (IST)Updated: Mon, 28 Sep 2020 04:22 PM (IST)
हाथरस की युवती जेएन मेडिकल से दिल्‍ली शिफ्ट, सांस लेने में थी दिक्कत
युवती को सांस लेने में भी दिक्कत है।

अलीगढ़ जेएनएन : एएमयू के जेएन मेडिकल में भर्ती हाथरस चंदपा क्षेत्र की युवती को सोमवार को दिल्‍ली शिफ्ट कर दिया गया है। युवती को सफदरजंग हॉस्पिटल में ही भर्ती कराया गया है। युवती को सांस लेने में भी दिक्कत है। इस कारण उसे  एएमयू के जेएन मेडिकल कॉलेज में वेंटिलेटर पर रखा गया था। अहम बात यह है के भीम आर्मी के चंद्रशेखर व उत्‍तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्‍यक्ष लल्‍लू सिंह आदि नेताओं ने युवती का इलाज दिल्‍ली एम्‍स में कराने की मांग की थी। हाथरस के सांसद राजवीर दिलेर ने भी एम्‍स में भर्ती कराने का आश्‍वासन दिया था। 

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यह है मामला

 हाथरस चंदपा की इस अनुसूचित जाति की बेटी पर दस दिन पहले उस समय हमला हुआ था, जब वह मां के के साथ खेत पर चारा लेने गई थी। पहले एक आरोपित के खिलाफ जानलेवा हमले का मुकदमा दर्ज हुआ था। बाद में युवती के बयान के आधार पर चार युवकों पर सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज किया गया। इसके बाद से यह मामला गरमाया हुआ है। पुलिस चारों आरोपितों को जेल भी भेज चुकी है। युवती को उसी दिन गंभीर हालत में जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। युवती मेडिकल आई थी, तब सांस में दिक्कत थी। हालत खराब होने पर वेंटिलेटर पर रखा गया। चिकित्सकों के अनुसार गर्दन में सात डिस्क होती हैं, जो रीड की हड्डी को जोड़ती हैं। युवती की दूसरी और तीसरी डिस्क में परेशानी है। ऐसी स्थिति में ब्रेन तो काम करता है, लेकिन सांस लेने की मांसपेशियां सही से काम नहीं करती हैैं। इलाज कर रहे न्यूरो सर्जन डॉ. रमन मोहन शर्मा ने बताया कि गर्दन मरोडऩे से सर्वाइकल इंजरी हुई है। हाथ-पैर काम नहीं कर रहे हैैं। हम उसे ठीक करने की पूरी कोशिश में जुटे हैं।

हर मदद के लिए तैयार 

सांसद राजवीर दिलेर का कहना है कि पीड़िता की हालत को देखते हुए मैने डॉक्टरों से बात कर एम्स में वेंटिलेटर की व्यवस्था करा दी है। मेडिकल के डॉक्टरों से भी बात की है। स्वजन चाहें तो बेटी का एम्स में इलाज करा सकते हैं। मैं हर मदद के लिए तैयार हूं।


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