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साइंस व टेक्नोलॉजी पर टिका है देश का विकास : आनंदीबेन

राज्यपाल ने डीएस कॉलेज ऑफ फार्मेसी के भवन का किया उद्घाटन।

By JagranEdited By: Published: Mon, 26 Oct 2020 08:36 PM (IST)Updated: Tue, 27 Oct 2020 01:35 AM (IST)
साइंस व टेक्नोलॉजी पर टिका है देश का विकास : आनंदीबेन
साइंस व टेक्नोलॉजी पर टिका है देश का विकास : आनंदीबेन

जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : राज्यपाल आनंदीबेन ने देश के विकास के लिए साइंस और टेक्नोलॉजी में आगे बढ़ने के लिए युवाओं से आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि देश का सतत विकास इसी पर टिका हुआ है। गरीबी के खिलाफ लड़ाई जीतने और एक समान प्रगति के लिये वैज्ञानिक समुदाय के कार्यो से लाभ उठाना जरूरी है।

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डीएस डिग्री कॉलेज में नवनिर्मित डीएस कॉलेज ऑफ फार्मेसी के भवन का सोमवार को ऑनलाइन लोकार्पण करते हुए राज्यपाल ने कहा कि फार्मेसी के तहत विभिन्न प्रकार की औषधियों का ज्ञान, उनकी क्रिया विधि, साइड इफेक्ट्स, अंतर क्रिया के साथ उपचार व रोग विज्ञान की जानकारी भी आती है। अच्छे फार्मासिस्ट के लिए इन गुणों का होना बहुत जरूरी है। डॉक्टर्स की लिखी दवा को कैसे खाना है? इसकी जानकारी मरीजों को वो ही देते हैं। हमारे चिकित्सा संस्थान कौशल तकनीक, स्थानीय संसाधनों, श्रम शक्ति को सशक्त करते हुए आत्मनिर्भर भारत के अभियान में सहयोग करें ताकि हमारा समाज और राष्ट्र स्वस्थ, सतर्क और सशक्त बना रहे। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के रूप में शिक्षण संस्थाओं को अवसर मिला है कि समाज की वर्तमान चुनौतियों के समाधान और भविष्य की जरूरतों के अनुसार शिक्षण व्यवस्था में परिवर्तन कर ऐसा पाठ्यक्रम तैयार करें, जिसमें युवाओं को ज्यादा से ज्यादा जोड़ा जा सके। औषधियों की उपयोगिता एवं उनके हानिकारक प्रभावों पर जागरूकता लाने की जरूरत है। रोजगार की दृष्टि से फार्मेसी संस्थानों का योगदान दिन प्रति दिन बढ़ता जा रहा है। उन्होंने कहा कि एसडी कॉलेज के नवनिर्मित भवन में आधुनिक पुस्तकालय, कंप्यूटर कक्ष व अत्याधुनिक कांफ्रेंस हॉल व प्रयोगशालाएं विद्यार्थियों व शोधार्थियों के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होंगे। यहीं से की थी कॅरियर की शुरूआत : मित्तल

डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा के कुलपति प्रो. अशोक मित्तल भी ऑनलाइन समारोह में शामिल हुए। उन्होंने बताया कि यह वही कॉलेज है, जहां से उन्होंने 1978 में प्रवक्ता पद से अपने कॅरियर की शुरुआत की थी। उनको कॉलेज व विश्वविद्यालय आने के लिए आमंत्रित भी किया। प्राचार्य डॉ. हेमप्रकाश ने कॉलेज का परिचय कराया। डॉ. प्रबोध श्रीवास्तव ने कॉलेज ऑफ फार्मेसी के विषय में विस्तृत जानकारी दी। प्रबंध समिति सचिव राजीव अग्रवाल अनु ने कहा कि तीन साल पहले सोसायटी ने फार्मेसी कॉलेज खोलने का निर्णय किया था। दिवंगत कुंवर बहादुर अग्रवाल की इच्छा के अनुरूप फार्मेसी कॉलेज को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया गया है। संचालन डॉ. नीलम श्रीवास्तव ने किया। इस दौरान अध्यक्ष महेश नंदन अग्रवाल, डीएस कॉलेज ऑफ फार्मेसी के प्राचार्य डॉ. लाल रत्नाकर सिंह, संजय सिघल, राजीव अग्रवाल, ललित अग्रवाल आदि मौजूद रहे।


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