अलीगढ़ में हजारों लोगों को दर्द दे रहा गोपी-भिलावली मार्ग, जनप्रतिनिधि शांत
ये उस सड़क की सच्चाई है जिसके भरोसे तमाम जिंदगियां सफर तय करती हैं। कुछ मंजिल तक पहुंच जाती हैं तो कुछ बदहाल रास्तों में ही उलझ कर रह जाती हैं। यह सड़क है गोपी से लेकर भिलावली तक की।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। ये उस सड़क की सच्चाई है, जिसके भरोसे तमाम जिंदगियां सफर तय करती हैं। कुछ मंजिल तक पहुंच जाती हैं तो कुछ बदहाल रास्तों में ही उलझ कर रह जाती हैं। यह सड़क है गोपी से लेकर भिलावली तक की। कई साल से यह मार्ग हजारों लोगों को दर्द दे रहा है। धौराई, बमनोई, चांदपुर, भदरोई समेत दो दर्जन से अधिक गांव के लोग इससे परेशान हैं। गड्ढों व गिट्टियों के बीच में हर रोज हादसे होते हैं। लोग कई बार इसके निर्माण के लिए परेशानी झेलते हैं।
कई सालों से हालात हैं जर्जर
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 2016 में गोपी से भिलावली तक की 14 किमी लंबी सड़क का निर्माण हुआ था, लेकिन सड़क बनने के कुछ दिनों बाद ही यह टूटनी लगी। कुछ महीनों बाद ही यह जर्जर हो गई। विभाग ने दोबारा से इसकी मरम्मत कराई। लेकिन कुछ महीनों बाद फिर से सड़क टूट गई। ठेकेदारों ने भी इसके निर्माण पर हाथ खड़े कर दिए। विभाग ने इन ठेकेदारों को ब्लैक लिस्टेड कर धनराशि जब्त कर ली, लेकिन सड़क का बुरा हाल ही रहा। भले ही विभाग ने ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई कर दी हो, लेकिन सड़क की कोई सुध नहीं ली। काफी लंबे समय से यह सड़क काफी बदहाल पड़ी हुई है। लोगों को यहां से निकलने में काफी दिक्कतें होती हैं। 14 किमी की लंबी यात्रा में कई घंटे लग जाते हैं। हजारों लोगों का हर दिन निकलना होता है। गोपी, बिचपुरी, हीरापुर, मानई, धौराई, बमनोई, मिर्जा चांदपुर, गोदमपुर, हंसगढ़ी, भदरोई, तेहरामोड़, भिलावली तो मुख्य मार्ग हैं। यहां के लोग हर दिन मुश्किलों का सामना करते हैं। वहीं, हाथरस जिले के सिकंदराराऊ क्षेत्र के वााजिदपुर, सुजावलपुर, नीजरा, डंडेसरी गांव के लोग भी इस मार्ग से तेहरामोड़ होते हुए अलीगढ़ आते हैं। ऐसे में यहां के लोगों को भी दिक्कतें होती हैं।
लोक निर्माण विभाग को स्थानांतरण की तैयारी
अब प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत अफसरों ने इस सड़क निर्माण को हाथ खड़े कर दिए हैं। ऐसे में अब इनके स्थानांतरण की तैयारी शुरू हो गई है। लोक निर्माण विभाग को इसे स्थानांतरित किया जा रहा है। लखनऊ स्तर से प्रक्रिया की शुरुआत भी हो गई है।
जिले में इस मार्ग की हालात इन दिनों सबसे खराब है। बाइक से थोड़ा सा भी सफर करने पर दर्द होने लगता है। तमाम शिकायतों के बाद भी कोई सुनने को तैयार नहीं हैं। दर्जनों गांव के लोग यहां से निकलते हैं।
कपिल सिंह, निवासी बमनोई
एक ओर सरकार सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का दावा कर रही है, वहीं, दूसरी ओर इस सड़क का बुरा हाल है। हजारों गामीण हर दिन इस मार्ग से निकलते हैं, लेकिन फिर भी कोई सुनने वाला नहीं हैं। 14 किमी की दूरी में ही कई घंटों लग जाते हैं।
बृजराज सिंह, स्थानीय निवासी
हमारा हर दिन इस मार्ग से आना-जाना होता है। यात्रा करने में काफी परेशानी होती हैं, लेकिन काफी लंबे समय से सड़क बदहाल पड़ी है। खराब मार्ग के चलते हर समय खतरे का अंदेशा बना रहता है।
बृजेश कुमार सिंह, स्थानीय निवासी
सड़क की हालात बेहद खराब है। बड़े-बड़े गड्ढे व गिट्टियां बिखरी हुई हैं। इससे आए दिन सड़क दुर्घटना होती हैं, सरकार को जल्द से जल्द इसका निर्माण करना चाहिए। सबसे अधिक व्यस्तता वाला यह लिंक मार्ग है।
शक्ति सिंह, धौराई
गोपी से भिलावली तक करीब 14 किमी लंबा मार्ग काफी बदहाल है। निर्माण के कुछ महीनों बाद ही यह टूट गया है। अब यह लोगों की सुविधा की जगह परेशानी का सबब बन रहा है। प्राथमिकता पर इसका निर्माण होना चाहिए।
लव पुंढीर, चांदपुर
यह काफी व्यस्त मार्ग है। एेसे में बोझ अधिक होने से प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत इसका निर्माण संभव नहीं है। लोक निर्माण विभाग को स्थानांतरण की तैयारी तेजी से चल रही है।
-मदनपाल वर्मा, अधिशासी अभियंता, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना