International Yoga Day 2020: गोमुखासन से शरीर बनता है लचकदार, ये भी हैं फायदे Aligarh news
योगासन-प्राणायाम प्राकृतिक चिकित्सा है जो आपको बिना कुछ खर्च किए ही आसानी से मिल जाती है। इसलिए कई बार हम इसका मोल नहीं समझ पाते हैं। मगर वर्तमान में जैसे हालात पैदा हुए हैं
अलीगढ़ [जेएनएन]: योगासन-प्राणायाम प्राकृतिक चिकित्सा है, जो आपको बिना कुछ खर्च किए ही आसानी से मिल जाती है। इसलिए कई बार हम इसका मोल नहीं समझ पाते हैं। मगर, वर्तमान में जैसे हालात पैदा हुए हैं, ऐसे में डॉक्टर भी योगासन-प्राणायाम की सलाह दे रहे हैं। वह कह रहे हैं कि नियमित आधे घंटे का अभ्यास जरूर करें।
शरीर को लचकदार बनाता है गोमुखासन
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में दैनिक जागरण पतंजलि योगपीठ के माध्यम से प्रतिदिन नये-नये आसन के बारे में जानकारी दे रहा है। योगगुरु यतेंद्र आर्य ने गोमुखासान के बारे में विस्तार से बताया। कहा, यह शरीर को लचकदार बनाता है। साथ ही पूरे शरीर में स्फूर्ति बनी रहती है। यह आसान तमाम अन्य बीमारियों से बचाता है।
गोमुखासन की क्रिया
गोमुखासान का मतलब गाय की मुंह की तरह आकार। इस आसान को करने से पहले हम सुखासन में बैठ जाते हैं। दाहिने हाथ को ऊपर होते हुए पीछे ले जाएंगे। बाएं हाथ को पीठ की तरफ से लेकर दोनों हाथों के पंजों को फंसा लेते हैं। शरीर को ऊपर की ओर खिंचाव करते हैं। गाय के मुख की तरह मुंह घुमाते हैं। शरीर को खिंचाव लाते हुए कुछ देर इसी स्थिति में बने रहते हैं। इसी प्रकार की क्रिया दूसरी तरफ से भी करते हैं।
गोमुखासन के लाभ
अस्थमा के रोगियों के लिए यह आसन रामबाण है। यह छाती को पुष्ट करता है। फेफड़ों की सफाई करता है और उसकी क्षमता को बढ़ाता है। बांहों को मजबूत करता है। कूल्हे के दर्द को राहत देता है। रीढ़ की हड्डी को सीधा रखने के साथ उसे मजबूत बनाता है। यदि नियमित रूप से गोमुखासन करते हैं तो सर्वाइकल की दिक्कत कभी नहीं होगी। कमर दर्द की परेशानी से राहत मिलेगी। साथ ही यह आसन शरीर को लचकदार बनाता है। ऐसे व्यक्ति जो अधिक समय तक कुर्सी पर बैठ कर काम करते हैं, उन्हें इस आसान को आवश्यक रूप से करना चाहिए।