अलीगढ़ में कहां से लीक हो रहा था पुलिसकर्मियों का डाटा, विस्तार से जानिए मामला
रिटायर्ड पुलिसकर्मियों से ट्रेजरी अधिकारी बनकर ठगी करने के मामले में पुलिस बिहार व मध्य प्रदेश के आरोपितों की तलाश में लग गई है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल है कि आखिर शातिर पुलिसकर्मियों का डाटा कहां से चोरी करते थे।
अलीगढ़, जेएनएन। रिटायर्ड पुलिसकर्मियों से ट्रेजरी अधिकारी बनकर ठगी करने के मामले में पुलिस बिहार व मध्य प्रदेश के आरोपितों की तलाश में लग गई है। लेकिन, सबसे बड़ा सवाल है कि आखिर शातिर पुलिसकर्मियों का डाटा कहां से चोरी करते थे। फोन काल पर शातिर पुलिसकर्मियों की हर जानकारी बता देते थे, जिससे कोई भी आसानी में झांसे में आ जाता था। पुलिस को शक है कि इसमें विभाग का भी कोई व्यक्ति शामिल हो सकता है। सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है।
यह है मामला
अलीगढ़ की शिकायत प्रकोष्ठ के प्रभारी रहे सेवानिवृत्त रणवीर सिंह के साथ हुई आनलाइन ठगी के मामले में साइबर थाना पुलिस ने गंगीरी के रहने वाले आरोपित रूपकिशोर को दबोचा है। पुलिस की जांच में सामने आया है कि सिर्फ रुपये ट्रांसफर करने के लिए रूपकिशोर के खातों का इस्तेमाल होता था, जबकि गिरोह के मुखिया बिहार, कोलकाता या पश्चिम बंगाल के हो सकते हैं। इस संबंध में पुलिस को अहम सुराग भी मिले हैं। पुलिस ने तीनों जगहों से संपर्क करके आरोपितों की कुंडली खंगालता शुरू कर दिया है। दूसरी तरफ पुलिसकर्मियों का डाटा चोरी करना आसान नहीं है। लेकिन, यह गिरोह फोन काल पर हर बारीक जानकारी भी बता देता था। जैसे रिटायर्डमेंट की तिथि, ज्वाइनिंग की तिथि, कितना पैसा आना है आदि। ऐसे में पुलिस इसके स्रोत के बारे में भी जानकारी कर रही है। इंस्पेक्टर सुरेंद्र कुमार ने बताया कि गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। जल्द ही पूरे रैकेट का पर्दाफाश किया जाएगा।