पांच पुलिसकर्मी हो चुके हैं संक्रमित, चार हो गए स्वस्थ्य Aligarh news
कोरोना से बचाव में पुलिस ने अहम भूमिका निभाई है। कई मामले ऐसे आए जहां अपराधियों को गिरफ्तार करने के चक्कर में पुलिसकर्मियों को जान जोखिम में डालनी पड़ी।
अलीगढ़, [जेएनएन]। कोरोना से जंग में पुलिस योद्धा बनकर मैदान में डटी है। लॉकडाउन में पुलिस की जागरूकता का भी लोगों पर असर नहीं दिखा। भीड़ में जाने से पुलिस भी अब कतराने लगी है। 124 पुलिसकर्मी कोरोना की सैंपलिंग भी करा चुके हैं। इनमें पांच संक्रमित निकले थे।
कोरोना से बचाव में पुलिस ने अहम भूमिका निभाई है। कई मामले ऐसे आए, जहां अपराधियों को गिरफ्तार करने के चक्कर में पुलिसकर्मियों को जान जोखिम में डालनी पड़ी। अप्रैल में क्वार्सी पुलिस ने मारपीट के मामले में मुल्जिम को पकड़कर जेल भेजा था। पता चला कि उसे कोरोना के लक्षण थे। थाने के 13 पुलिसकर्मी 14 दिन के लिए क्वारंटाइन रहे। इसी तरह का मामला सासनीगेट में हुआ। गलियों में जाना एक एसआइ को भारी पड़ गया, जिसके चलते पूरा थाना सहमा रहा। अब स्थिति ठीक है, मगर डर का माहौल गया नहीं है। एक सिपाही ने बताया कि सुरक्षा के लिए मास्क और सैनिटाइजर तो हैं, कई बार ऐसी स्थिति होती है जहां सुरक्षा के बिना काम करना पड़ता है। जितनी बार बाहर जाओ, उतनी ही बार नहाना जरूरी है। एक अन्य सिपाही ने कहा, लोगों को जागरूक करना प्राथमिकता हैं। कुछ ही लोग समझते हैं। अधिकतर लोग कोरोना को हल्के में लेते हैं। कहते हैं कि हमें होगा, आपको क्या...।
124 की हो चुकी है टेस्टिंग
जिले के 124 पुलिसकर्मियों की टेस्टिंग हो चुकी है। पांच संक्रमित निकले। चार स्वस्थ हो गए। बीते दिनों भुजपुरा के एक सिपाही की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, जो अतरौली के अस्पताल में है। सोमवार को भी 11 पुलिसकर्मियों के सैंपल लिए गए हैं। पुलिस लाइन में अस्पताल बनाया गया है। जरूरत पड़ी तो यहां पुलिसकर्मियों के इलाज की सुविधा होगी।
दिक्कत होने पर कराते है टेस्टिंग
एसएसपी मुनिराज का कहना है कि पुलिसकर्मियों की सुरक्षा के लिए पूरे इंतजाम हैं। मास्क व सैनिटाइजर पर्याप्त हैं। थानों में पीपीई किट भी हैं। किसी को दिक्कत होती है तो टेस्टिंग कराई जाती है। मनोबल बढ़ाने के लिए मैं खुद थाना में निरीक्षण कर पुलिस कर्मियों से बात करता हूं।