राजधानी एक्सप्रेस में पकड़ा गया फीरोजाबाद का फर्जी टीटीई
वीआइपी ट्रेन राजधानी एक्सप्रेस में टिकट चेक कर रहे हाईस्कूल पास फर्जी टीटी को यात्रियों ने शक होने पर पकड़ लिया और अलीगढ़ में ट्रेन रुकवाकर आरोपित को जीआरपी के हवाले कर दिया।
अलीगढ़ (जेएनएन)। वीआइपी ट्रेन राजधानी एक्सप्रेस में टिकट चेक कर रहे हाईस्कूल पास फर्जी टीटी को यात्रियों ने शक होने पर पकड़ लिया और अलीगढ़ में ट्रेन रुकवाकर आरोपित को जीआरपी के हवाले कर दिया।
यात्रियों ने किया जीआरपी के हवाले
सोमवार को लखनऊ से दिल्ली जा रही राजधानी एक्सप्रेस किसी वजह से फीरोजाबाद में रुकी तो वहां से युवक चढ़ गया। वह टीटीई (ट्रेन टिकट एग्जामिनर) की वेशभूषा में था। कुछ ही देर में उसने कोच में जाकर यात्रियों के टिकट चेक करने शुरू कर दिए। उसकी बोली-भाषा व हाव-भाव को देखकर यात्रियों को शक हुआ। उन्होंने उससे आइकार्ड मांगा तो सकपका गया। वह दाएं-बाएं देखकर यात्रियों को धमकाने लगा। यात्रियों ने उसे पकड़ लिया और ट्रेन के स्टाफ को बुलाकर तस्दीक कराई। स्टाफ ने उसे पहचानने से इन्कार कर दिया। कड़ाई से पूछताछ की तो उसने सच्चाई उगल दी। यात्रियों ने ट्रेन को अलीगढ़ स्टेशन पर रुकवाकर पर उसे जीआरपी के हवाले कर दिया।
लम्बे समय से यात्रियों से कर रहा था वसूली
इंस्पेक्टर जीआरपी विजय सिंह ने बताया कि आरोपित ने अपना नाम वसीम अहमद पुत्र अशफाक अहमद निवासी लेबर कॉलोनी, थाना कोतवाली फीरोजाबाद बताया है। पूछताछ में उसने बताया कि वह लंबे समय से टीटी बनकर ट्रेनों में मुसाफिरों से ठगी कर रहा था। वह हाईस्कूल पास है। सरकारी नौकरी की चाह थी। उसी इच्छा को पूरी करने के लिए फर्जी टीटीई बना। इंस्पेक्टर ने बताया कि परिजनों से मोबाइल पर संपर्क किया गया तो उन्होंने उसे मानसिक रूप से बीमार बताया। यह भी कहा कि उसका आगरा में इलाज चल रहा है। सुबह दवा लेने की कहकर आगरा निकला था। विमल कुमार निवासी गांधीनगर गांधीपार्क की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर वसीम को जेल भेजा गया है। उसके पास एक डायरी बरामद हुई, जिसमें रेलवे के उच्चाधिकारियों के मोबाइल नंबर व अन्य जानकारियां हैं। पुलिस छानबीन कर रही है।
पहले भी पकड़े गए हैं कई फर्जी अफसर
ट्रेनों में फर्जी तरीके से टीटीई व अन्य अफसर बनकर यात्रियों पर रौब गांठने व टिकट चेकिंग के नाम पर अवैध वसूली करने पहले भी कई लोग पकड़े जा चुके हैं। जीआरपी ने करीब दो माह पहले रीवा एक्सप्रेस में अवैध वसूली कर रहे बिहार निवासी फर्जी टीटीई को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। एक फर्जी आइएएस अफसर को भी पुलिस जेल भेज चुकी है।