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Three Tier Panchayat Elections : पुनरीक्षण में फर्जीवाड़ा, अपात्रों के नाम जोड़े, पात्र किए सूची से

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की मतदाता सूची में फर्जीवाड़ा शुरू हो गया है। कई गांवों के बीएलओ प्रत्याशियों की आपसी राजनीति में फंस गए हैं। आरोप है कि पात्र वोटों को सूची से काट रहे हैं अपात्रों को जोड़ रहे हैं।

By Sandeep SaxenaEdited By: Published: Fri, 16 Oct 2020 10:23 PM (IST)Updated: Fri, 16 Oct 2020 10:23 PM (IST)
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की मतदाता सूची में फर्जीवाड़ा शुरू हो गया है।

अलीगढ़ जेएनएन: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की मतदाता सूची में फर्जीवाड़ा शुरू हो गया है। कई गांवों के बीएलओ प्रत्याशियों की आपसी राजनीति में फंस गए हैं। आरोप है कि पात्र वोटों को सूची से काट रहे हैं, अपात्रों को जोड़ रहे हैं। डीएम ने फर्जीवाड़ा रोकने के लिए तय किया है कि सभी बीएलओ को अपनी पंचायत के प्रमुख लोगों से प्रमाण पत्र लेना होगा कि सूची में गड़बड़ी नहीं है।

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अगले साल होंगे चुनाव 

अगले साल के शुरू में प्रधान, बीडीसी व जिला पंचायत सदस्य के लिए चुनाव प्रस्तावित है। एक अक्टूबर से 27 दिसंबर तक मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान चल रहा है। जिले में 1400 बीएलओ इसमें लगे हैं। इन्हें घर-घर जाकर वोट बनाने हैं। वोट बनाने के नियम व शर्ते आयोग से तय हैं। ऑनलाइन वोट बढ़वाने का भी विकल्प है। 

आरोप लगने शुरू

भाजपा से जुड़े ओमप्रकाश सिंह ने डीएम से शिकायत की कि गांव हैवतपुर कोटरा में बीएलओ पात्रों के वोट काटकर अपात्रों के जोड़ रहे हैं। सांकरा के प्रधान ने भी बीएलओ पर मिलीभगत का आरोप लगाया है। अन्य पंचायतों से भी शिकायतें आई हैं। 

लेना होगा प्रमाण पत्र

डीएम ने गड़बड़ी व आरोपों को रोकने के लिए तय किया है कि सभी बीएलओ को पुनरीक्षण कार्य के बाद वर्तमान प्रधान, पूर्व प्रधान, संभावित प्रत्याशी व अन्य लोगों से प्रमाणपत्र लेना होगा। उसमें  लिखा होगा कि मतदाता सूची में कोई गड़बड़ी नहीं है। किसी को कोई आपत्ति नहीं है। 

शुरू से ही सख्ती

निकायों चुनाव में मतदाता सूची में बड़ी गड़बड़ी सामने आई थी। मोहल्लों के नाम गायब थे। कुछ नाम 10-10 किमी दूर के बूथ पर चले गए थे। 50 फीसद से भी कम वोट पड़े थे। प्रशासन इस बार शुरू से ही सख्ती कर रहा है। 

878 पंचायतों में अभियान 

पिछली बार 902 ग्राम पंचायतों में चुनाव हुआ था। 24 पंचायतें नगर निगम में शामिल हो गई हैं। इसलिए 878 पंचायतों में ही पुनरीक्षण अभियान चल रहा है। क्वार्सी, धनीपुर, रोरावर जैसी पंचायतों में चुनाव नहीं होंगे। 

कुछ गांवों से शिकायत मिली है कि अपात्रों के नाम जोड़े जा रहे हैं और पात्रों के काटे जा रहे हैं।  सभी बीएलओ को निर्देश दिए हैं कि गड़बड़ी मिली तो कार्रवाई होगी। सभी को  गांव के लोगों से प्रमाण पत्र भी तहसील में जमा करना होगा। 

चंद्रभूषण सिंह डीएम


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