आगरा, शिकोहाबाद व अलीगढ़ में सप्लाई होता था हाथरस में बना नकली घी Hathras News
मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी का कहना है कि नकली घी बनाने वाले लोग नामचीन कंपनियों का लेबल लगाकर बाजार में बेचते थे। यह कार्य रात के समय तब किया जाता था जब चेकिंंग कम होती थी। ग्राहकों को महंगे दामों में ही नकली घी मिलता था।
हाथरस, जेएनएन। एफडीए ने छापेमारी कर नकली घी बनाने का जखीरा पकड़ा था। नामचीन कंपनियों के नाम का प्रयोग किया जा रहा था। नकली घी हाथरस के अलावा आसपास के जिलों में भेजा जाता था। मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी का कहना है कि नकली घी बनाने वाले लोग नामचीन कंपनियों का लेबल लगाकर बाजार में घी बेचते थे। यह कार्य रात के समय तब किया जाता था जब चेकिंंग कम होती थी। कारों के अंदर थोड़ा-थोड़ा माल रखकर उसे भेजा जाता था। नामचीन कंपनियों के आने का इंतजार एफडीए द्वारा किया जा रहा है।
ग्राहकों को महंगे दामों मिलता था नकली घी
सादाबाद में नकली घी बनाने की फैक्ट्री एफडीए ने एसडीएम सादाबाद की सूचना पर पकड़ी थी। टीम को तैयार किया गया नकली घी, पैकिंग मशीन, विभिन्न कंपनियों के डिब्बे आदि बरामद किए थे। फैक्ट्री में तैयार होने वाला घी शिकोहाबाद, आगरा और अलीगढ़ जिले में सप्लाई किया जाता था। नकली घी बनाने का काम करने वाले लोग आन डिमांड माल तैयार करते थे। उसके बाद उसे दुकानों पर कम रकम में बेच दिया जाता था। ग्राहकों को महंगे दामों में ही नकली घी मिलता था।
कंपनियों का हो रहा इंतजार
नकली घी बनाने वाले लोग नामचीन कंपनियों का लेबल लगाकर बाजार में घी बेचते थे। यह कार्य रात के समय तब किया जाता था जब चेङ्क्षकग कम होती थी। कारों के अंदर थोड़ा-थोड़ा माल रखकर उसे भेजा जाता था। नामचीन कंपनियों के आने का इंतजार एफडीए द्वारा किया जा रहा है। यदि कंपनी के प्रतिनिधि आते हैं तभी कॉपी राइट एक्ट के तहत मुकदमा होगा।
हरींद्र सिंह राना मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी