पूर्व आइएएस अधिकारी डॉ.हर्षमंदर बोले, सीएए और एनआरसी लागू हुआ तो अपना लूंगा मुस्लिम धर्म Aligarh News
सामाजिक कार्यकर्ता व पूर्व आइएएस अधिकारी डॉ. हर्षमंदर सिंह ने कहा है कि अगर नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय नागरिकता कानून (एनआसी) लागू हुआ तो मैं मुस्लिम धर्म अपना लूंगा।
अलीगढ़ [जेएनएन]। सामाजिक कार्यकर्ता व पूर्व आइएएस अधिकारी डॉ. हर्षमंदर सिंह ने कहा है कि अगर नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता कानून (एनआसी) लागू हुआ तो मैं मुस्लिम धर्म अपना लूंगा। सरकार को दस्तावेज भी नहीं दूंगा उन लोगों की मदद करूंगा जो इस कानून से प्रताडि़त होंगे।
आरडीए के विरोध मंच में शामिल हुए डॉ. हर्षमंदर
डॉ. हर्षमंदर सिंह मंगलवार को एएमयू के जेएन मेडिकल कॉलेज में आए हुए थे। यहां वह रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) के विरोध मार्च में शामिल हुए और एएमयू में पुलिस लाठी चार्ज में घायल हुए छात्रों का हाल भी जाना। मीडिया से बातचीत में डॉ. हर्षमंदर ने कहा कि सीएए और एनआरसी का हर जगह विरोध हो रहा था। एएमयू में भी इसका विरोध हो रहा था। लेकिन यहां तो पुलिस छात्रों को नियंत्रित करने की बजाय सजा दे दी। हॉस्टल में घुसकर पीटा, कमरों में आग लगा दी।
घायल छात्रों की सुप्रीम कोर्ट में देंगे रिपोर्ट
हर्षमंदिर सिंह के साथ आई चार सदस्यीय फैक्ट फाइंडिंग कमेटी ने मेडिकल कॉलेज में भर्ती छात्रों का हाल जाना। टीम ने कहा कि इसकी रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की जाएगी। ताकि आरोपितों पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की जा सके।
आरडीए ने की न्यायिक जांच की मांग
एएमयू में हुई पुलिस कार्रवाई के विरोध में आरडीए ने ट्रामा सेंटर के सामने विरोध मार्च निकाला। मुख्य न्यायाधीश को संबोधित ज्ञापन एसीएम को सौंपा। आरडीए के अध्यक्ष डॉ. हम्जा मलिक ने बताया कि ज्ञापन में लाठी चार्ज की निंदा की गई। कैंपस में पुलिस क्यों आई इसके लिए इंतजामिया पर नाराजगी जताई गई। न्यायिक जांच की मांग की गई है है। इस मौके पर उपाध्यक्ष डॉ. शहनवाज इकबाली, सचिव डॉ. मोहम्मद कासिम, अमुटा के पूर्व सचिव डॉ. आफताब आलम, डॉ. शहबाज पूर्व छात्र आगा युनूस भी थे।