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अलीगढ़ में हर मरीज को मिलेगी आक्सीजन, आइसीयू की सुविधा भी

कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए तैयारियां जोरों से चल रही हैं। दूसरी लहर जैसे हालात फिर पैदा न हों इसके लिए इंतजाम किए जा रहे हैं। अब हर जरूरतमंद को आक्सीजन और वेंटीलेटर बेड मिलेगा। इंटेसिव व क्रिटिकल केयर की सुविधा होगी।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Published: Sun, 01 Aug 2021 08:00 AM (IST)Updated: Sun, 01 Aug 2021 09:06 AM (IST)
अलीगढ़ में हर मरीज को मिलेगी आक्सीजन, आइसीयू की सुविधा भी
हर जरूरतमंद को आक्सीजन और वेंटीलेटर बेड मिलेगा। इंटेसिव व क्रिटिकल केयर की सुविधा होगी।

अलीगढ़, जेएनएन। कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए तैयारियां जोरों से चल रही हैं। दूसरी लहर जैसे हालात फिर पैदा न हों, इसके लिए इंतजाम किए जा रहे हैं। अब हर जरूरतमंद को आक्सीजन और वेंटीलेटर बेड मिलेगा। इंटेसिव व क्रिटिकल केयर की सुविधा होगी। करीब 200 बेड के पीडियाट्रिक आइसीयू बन गए हैं। तीन निजी हास्पिटलों में भी करीब 50 बेड पीडियाट्रिक आइसीयू के होंगे। लेवल वन व लेवल टू के करीब दो हजार बेड की व्यवस्था सरकारी व निजी अस्पताल में अलग से होगी। डाक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ व अन्य कर्मचारियों की कमी न हो, इसके लिए आउटसोर्सिंग व वाक एंड इंटरव्यू से सीधे नियुक्ति की जाएगी।

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दूसरी लहर में बिगड़ गए थे हालात

कोरोना की दूसरी लहर ने दस्तक दी तो केवल 250 बेड का दीनदयाल कोविड अस्पताल ही था। इसमें 100 आक्सीजन बेड व 30 वेंटीलेटर बेड थे। 40-50 आक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध थे। जिले में आक्सीजन प्लांट से भी 400-500 सिलेंडर ही निकल पा रहे थे, जिनकी बाहर तक सप्लाई होती थी। अचानक मरीज बढ़े तो हालात बेकाबू हो गए। रोजाना 300 से 400 मरीज संक्रमित निकले, जिन्हें बेड तक नहीं मिल पाए। आनन-फानन नए कोविड हास्पिटल (करीब 1200 बेड क्षमता) बनाए गए। निजी अस्पतालों ने तो इलाज के नाम पर मरीजों से खूब वसूली की। फिर भी, रोजाना 20-25 मरीजों के मरने की सूचना आईं।

तीसरी लहर के लिए...

संभावित लहर आई तो बेड, आक्सीजन व वेंटीलेटर की कमी नहीं होगी। दीनदयाल अस्पताल की क्षमता 500 बेड तक बढ़ाई जा सकेगी। अभी 374 बेड हैं। अतरौली कोविड हास्पिटल की क्षमता 100 बेड की है, इसे 160 बेड तक बढ़ाया जा सकेगा। मेडिकल कालेज स्थित लेवल-टू के कोविड सेंटर को भविष्य में लेवल थ्री की मान्यता पर विचार हो रहा है। अतरौली को लेवल-टू का दर्जा मिल सकता है। इस तरह 500-600 बेड लेवल-टू व 100 बेड लेवल थ्री के होंगे। निजी क्षेत्र के सभी कोविड अस्पतालों को फिर से बहाल कर दिया जाएगा।

200 बेड के पीडियाट्रिक आइसीयू

तीसरी लहर में लेवल-वन व लेवल टू की सुविधा पहले से बेहतर होगी। नई लहर में सबसे ज्यादा खतरा बच्चों को बताया जा रहा है। लिहाजा, सरकार ने पहले से ही पीडियाट्रिक आइसीयू (पीकू) तैयार करा दिए हैं। मेडिकल कालेज व जिला अस्पताल में 50-50 बेड और दीनदयाल में 100 बेड का पीडियाट्रिक आइसीयू तैयार है।

11 नए आक्सीजन प्लांट

जनपद में 6742 लीटर प्रति मिनट क्षमता के कुल 11 नए आक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं। मेडिकल कालेज में तीन नए प्लांट( 874 व 1000-1000 लीटर), दीनदयाल में चार प्लांट (570, 250, 570 व 1000 लीटर) जिला अस्पताल में दो प्लांट (100 व 1000 लीटर) व अतरौली हास्पिटल में दो प्लांट (333 व 45 लीटर प्रति मिनट क्षमता) लगेंगे। दीनदयाल में 250 व 1000 लीटर के दो प्लांट, मेडिकल कालेज में 1000 व 874 लीटर के दो प्लांट, अतरौली में 45 लीटर का प्लांट शुरू हो गया है। अन्य आक्सीजन प्लांट इसी माह शुरू होने की उम्मीद है।

इस बार बेड के साथ आक्सीजन बेड बढ़ाए जा रहे हैं। आक्सीजन कंसंट्रेटर की खरीद हो रही है। नए आक्सीजन प्लांट लग रहे हैं। नए बाल रोग व अन्य विशेषज्ञों की जरूरत होगी, इसके लिए शासन को पत्र लिखा दिया है। अनुमति मिली तो आउटसोर्सिंग से नियुक्ति करेंगे।

- डा. आनंद उपाध्याय, सीएमओ।


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