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यूपी बोर्ड परीक्षा 2020: 91 विद्यार्थियों ने दिए छूटे प्रैक्टिकल, कोरोना की दहशत में ऐसे थे इंतजाम

छात्रों की थर्मल स्क्रीनिंग व हैंड सैनिटाइजेशन भी कराया गया। ज्यादा तापमान वाले बच्चों को तापमान नॉर्मल होने पर ही परीक्षा में शामिल किया गया।

By Parul RawatEdited By: Published: Wed, 10 Jun 2020 05:49 PM (IST)Updated: Wed, 10 Jun 2020 08:34 PM (IST)
यूपी बोर्ड परीक्षा 2020: 91 विद्यार्थियों ने दिए छूटे प्रैक्टिकल, कोरोना की दहशत में ऐसे थे इंतजाम
यूपी बोर्ड परीक्षा 2020: 91 विद्यार्थियों ने दिए छूटे प्रैक्टिकल, कोरोना की दहशत में ऐसे थे इंतजाम

अलीगढ़, [जेएनएन] । यूपी बोर्ड परीक्षा 2020 के इंटर के छात्र-छात्राओं ने मंगलवार को अपने छूटे प्रैक्टिकल दिए। बोर्ड ने नौ से 10 जून तक परीक्षा देने का मौका दिया है। कुछ विद्यार्थी लापरवाही के चलते तो कुछ प्रवेशपत्र देर से आने से परीक्षा नहीं दे सके थे। नगला बटोला निवासी व दीक्षित ज्ञान कुंज शिक्षा संस्थान इंटर कॉलेज के छात्र जीत कुमार दिल्ली से रसायन व भौतिक विज्ञान की परीक्षा देने आए। मंगलवार को नौरंगीलाल राजकीय इंटर कॉलेज में 91 छात्र-छात्राओं ने प्रायोगिक परीक्षा दी। प्रधानाचार्य शीलेंद्र यादव ने बताया कि 125 विद्यार्थियों को शामिल होना था। इनमें से 91 ही आए। गृहविज्ञान के दो, कृषि के एक, भूगोल के सात, रसायन विज्ञान के 18, भौतिक विज्ञान के 22, जीव विज्ञान के 40 व संगीत वादन के एक विद्यार्थी ने प्रायोगिक परीक्षा दी। सभी को मास्क के साथ ही प्रवेश दिया गया।

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कोरोना से सुरक्षा के इंतजाम

छात्र-छात्राओं को कोरोना वायरस संक्रमण से बचाने के लिए सुरक्षा इंतजाम किए गए। थर्मल स्क्रीनिंग व हैंड सैनिटाइज कराकर ही उन्हें परीक्षा कक्ष में प्रवेश दिया गया। परीक्षा कक्ष में भी विद्यार्थियों को मास्क लगाए रहने को कहा गया। परीक्षा के बाद भी हाथों को सैनिटाइज कराया गया।

प्रवेश पत्र देरी से मिलने पर हुई दिक्कत 

धनिपुर के सुखदर्शन सिंह पटियाल ने कहा कि कोर्ट के फैसले के बाद प्रवेश पत्र देर से आने के चलते परीक्षा नहीं दे पाया था। खामियों की दिक्कत छात्रों को भुगतनी पड़ती है। केमिस्ट्री व फिजिक्स के प्रैक्टिकल दिए हैैं। नगला बटोला के जीत कुमार सिंह ने कहा कि कार से दिल्ली से परीक्षा देने आना पड़ा। लापरवाही से नहीं बल्कि प्रवेशपत्र देर से आने से परीक्षा छूटी थी। फिजिक्स, केमिस्ट्री के प्रैक्टिकल दिए हैं। सुरक्षा के साथ परीक्षा दी।

तापमान नॉर्मल होने पर ही दे सकेंगे परीक्षा 

डीआइओएस डॉ. धर्मेंद्र शर्मा ने कहा कि प्रायोगिक परीक्षाओं से पहले कक्षों को सैनिटाइज कराया गया था। ज्यादा तापमान वाले बच्चों को तापमान नॉर्मल होने पर ही परीक्षा में शामिल किया गया। सुरक्षा के पूरे इंतजाम रखे गए।


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