Encounter : अलीगढ़ पुलिस पर सपा को नहीं है भरोसा?, अब अखिलेश को बताएंगे हकीकत
सपाइयों को अब अलीगढ़ पुलिस पर भरोसा नहीं है। समाजवादी पार्टी के पांच सदस्यीय जांच दल ने 20 सितंबर को हरदुआगंज में मुठभेड़ में मुस्तकीम व नौशाद को मार गिराने की घटना को फर्जी करार दिया है।
अलीगढ़ (जेएनएन)। सपाइयों को अब अलीगढ़ पुलिस पर भरोसा नहीं है। समाजवादी पार्टी के पांच सदस्यीय जांच दल ने 20 सितंबर को हरदुआगंज में मुठभेड़ में मुस्तकीम व नौशाद को मार गिराने की घटना को फर्जी करार दिया है। जांच दल अध्यक्ष व राज्यसभा सदस्य सुरेंद्र नागर ने कहा कि परिजनों से बातचीत, घटनास्थल का निरीक्षण व पुलिसिया सफाई से यही प्रतीत होता है कि पुलिस ने फर्जी एनकाउंटर किया है।
अतरौली नहीं जा सका जांच दल
टीम 12 अक्टूबर को सपा अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को जांच रिपोर्ट सौंपेगी। इससे पूर्व, विश्व ङ्क्षहदू परिषद (विहिप) व बजरंग दल नेताओं के विरोध-प्रदर्शन के कारण सपाई दल अतरौली जाकर परिजनों से नहीं मिल सका। हंगामा मचने से अतरौली का कुछ बाजार भी बंद रहा। सपा अध्यक्ष के निर्देश पर राज्यसभा सदस्य सुरेंद्र नागर की अगुवाई में पूर्व मंत्री कमाल अख्तर, एमएलसी उदयवीर सिंह, एमएलसी डॉ. दिलीप यादव व पूर्व विधायक ओमकार सिंह यादव ने सर्किट हाउस में मुठभेड़ में मारे गए बदमाशों के परिजनों से बातचीत की। मुस्तकीम की मां शबाना व नौशाद की मां शाहीन से सर्किट हाउस में घंटेभर बात हुई। राज्यसभा सदस्य नागर ने मीडिया से कहा, महिलाओं ने बताया है कि पुलिस उनके बेटों को घर से ले गई और 20 सितंबर को मरने की खबर दी।
घटना स्थल का लिया जायजा
बाद में टीम ने मुठभेड़ स्थल (हरदुआगंज में सिंचाई विभाग की खंडहरनुमा इमारत) का जायजा लिया। एसपी सिटी अतुल श्रीवास्तव ने घटनाक्रम बताया। सांसद नागर ने कहा कि सारे तथ्यों को देखने से यही प्रतीत होता है कि पुलिस ने फर्जी एनकाउंटर किया है। नौशाद व मुस्तकीम पर कितने मुकदमे हैं? वे मूलत : कहां के निवासी थे, यह जांच का विषय है। जिस किसान मंटूरी की हत्या का इन पर आरोप लगा, उसके परिजनों ने भी टीम से कहा कि जिन दो लोगों पर हत्या का शक था, पुलिस ने उन्हें क्लीनचिट दे दी। इससे भी यही लगता है कि मुठभेड़ फर्जी है।
सियासी दलों को जानता हूं, बजरंग दल कौन है?
अतरौली में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के विरोध-प्रदर्शन की वजह से परिजनों से मिलने नहीं जा पाने के सवाल पर नागर ने कहा कि यह कौन-सा दल है? वह सियासी दलों को जानते हैैं, किसी बजरंग दल को नहीं।
अखिलेश को देंगे रिपोर्ट
राज्यसभा सदस्य सुरेंद्र नागर का कहना है कि हमारे अलीगढ़ आने के तीन मकसद थे। पहला, मुठभेड़ की सही जानकारी लेना, दूसरा पीडि़त परिवार से मिलना और तीसरा मुठभेड़ स्थल का निरीक्षण करना। तीनों उद्देश्य पूरे हुए। 12 अक्टूबर को पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव को अपनी रिपोर्ट देंगे।
मुठभेड़ के दिए हैं सही साक्ष्य
एसएसपी अजय साहनी का कहना है कि प्रतिनिधि मंडल की नौशाद व मुस्तकीम के घर की महिलाओं से सर्किट हाउस में भेंट कराई गई है। इन्हें सपा के अतरौली नगर अध्यक्ष कबीर खान लाए थे। टीम को घटना से जुड़ी जानकारी दी, घटनास्थल का भी निरीक्षण कराया। मुठभेड़ सही होने संबंधी सभी साक्ष्य भी दिए। टीम ने क्या निष्कर्ष निकाला, मुझे नहीं मालूम।