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बिजली को लगा करंट...जमकर हो रही है कटौती Aligarh news

बिजली न आने से किसानों की धान की फसल सूख रही है शहर में पलभर की कटौती से लोग उमस से बिलबिला उठते हैं।

By Parul RawatEdited By: Published: Sat, 18 Jul 2020 04:41 PM (IST)Updated: Sat, 18 Jul 2020 04:41 PM (IST)
बिजली को लगा करंट...जमकर हो रही है कटौती Aligarh news
बिजली को लगा करंट...जमकर हो रही है कटौती Aligarh news

अलीगढ़, [जेएनएन]। बादल बूंद-बूंद को तरसा रहे हैं तो बिजली भी सितम ढा रही है। इनदिनों जमकर कटौती हो रही है। शनिवार को बूंदाबांदी के चलते शहर से लेकर देहात तक लाइट गुल रही। शहर से लेकर देहात तक लोग त्राहि-त्राहि करने लगे हैं। बिजली न आने से किसानों की धान की फसल सूख रही है, शहर में पलभर की कटौती से लोग उमस से बिलबिला उठते हैं। हालात ये है कि अब बिजली पांच-पांच घंटे लगातार कट रही है। लोगों का कहना है कि पिछले दो सालों में इतनी बिजली कभी नहीं गई, जितनी अब जा रही है। 

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भुजपुरा क्षेत्र के कासिम नगर में गुरुवार को सुबह 5.30 बजे बिजली चली गई। सुबह का समय होने के चलते लोग पानी को तरस गए। पीने तक का पानी लोगों को नहीं मिला। एक-दो सरकारी हैंडपंप थे, उसपर लोगों की लंबी लाइन लग गई। यहां संकरी गलियों में मकान बना हुआ है। घनी आबादी वाला क्षेत्र है। इससे लोग उमस से बेहाल हो उठे। गर्मी से परेशान लोग बाहर निकल आएं। करीब पांच घंटे बाद सुबह 11 बजे बिजली आई तो लोगों ने राहत की सांस ली। कासिम नगर निवासी नदीम कुरैशी ने बताया कि जुमे का दिन था, इसलिए लोगों को काफी दिक्कत हुई। उन्होंने कहा कि पिछले दो सालों में इतनी बिजली नहीं गई, जितनी अब जा रही है। 

पल-पल में जाती रही बिजली 

शहर में पल-पल लाइट जाती रही। दोपहर के समय तो यह स्थिति हो गई थी कि पांच-दस मिनट बिजली आती फिर चली जाती। सारसौल, गूलर रोड, रघुवीरपुरी, देहलीगेट, बारहद्वारी आदि क्षेत्रों में जमकर ट्रिपिंग हुई। यही हाल नये शहर का भी था। कावेरी वाटिका रोड, सुदामापुरी, नगला तिकोना, सूर्य विहार कॉलोनी, स्वर्णजयंती नगर, कुलदीप विहार आदि कॉलोनियों में भी पल-पल लाइट जाती रही, जिससे लोगों को काफी समस्या का सामना करना पड़ा। 

देहात में भी हाल-बेहाल 

ग्रामीण क्षेत्रों की स्थिति तो और भी खराब है। वहां सात से आठ घंटे लाइट आ रही है। किसानों ने अभी कुछ दिन पहले धान की रोपाई की है। पौध को पानी की जरूरत है। लाइट न आने से वह जैसे-तैसे डीजल इंजन से सिंचाई कर रहे हैं, जिससे किसानों को सिंचाई काफी महंगी पड़ रही है।


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