समाज में शिक्षा व संस्कार लाना होगा नहीं तो रिश्तों मेंं दरार आ जाएगी Aligarh news
समाजसेवी गौरी पाठक का कहना है कि यदि हम समाज को नहीं संभालते उनके अंदर शिक्षा और संस्कार नहीं ले जाते हैं ताे आने वाला समय और कष्टदायक होगा। रिश्तों में दरारें पड़ेंगी परिवार में विघटन होगा। इसलिए हमें शिक्षा और संस्कार पर बहुत जोर देना होगा।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। समाज में तेजी से परिवर्तन आया है, आधुनिकता की दौड़ में लोग आगे बढ़ रहे हैं। पाश्चात्य संस्कृति की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में लोग अपनी संस्कृति को भूलते जा रहे हैं।
हमें शिक्षा और संस्कार पर देना होगा जोर
समाजसेवी गौरी पाठक का कहना है कि यदि हम समाज को नहीं संभालते, उनके अंदर शिक्षा और संस्कार नहीं ले जाते हैं ताे आने वाला समय और कष्टदायक होगा। रिश्तों में दरारें पड़ेंगी, परिवार में विघटन होगा। इसलिए हमें शिक्षा और संस्कार पर बहुत जोर देना होगा। अधिक पैसे से अब जीवन में सुविधाएं ला सकते हो, मगर सुखमय जीवन नहीं बना सकते हो, इसके लिए संस्कार जरूरी हैं। गौरी पाठक ने कहा कि आजकल समाज में बड़ी अजीबो-गरीब समस्या सामने आ रही है। तमाम ऐसे माता पिता हैं, जो अपने बच्चों को गलत संगत में जाते देखते हैं, मगर रोकते नहीं हैं। उनके बच्चे नशा और शराब की लत में पड़ जाते हैं। अपराध तक करने लगते हैं, मगर माता-पिता ऐसे बच्चों की भी शादियां धोखे में कर दिया करते हैं, लड़के का जीवन तो नरक बनता ही है, साथ में लड़की का जीवन भी नरक हो जाता है। यह सब संस्कारों की कमी से हो रहा है। पहले ऐसा नहीं होता था, यदि बच्चे संस्कार युक्त नहीं हैं तो माता-पिता उन्हें इतना तव्वजो नहीं देते थे, उन्हें सुधारने की पूरी कोशिश करते थे, यदि वह नहीं सुधरता था तो उसे उसके हाल पर छोड़ दिया करते थे।
समाज के उत्थान के लिए हर व्यक्ति को निभानी होगी जिम्मेदारी
गौरी पाठक ने कहा कि उनके पास प्रतिदिन ऐसे केस आ रहे हैं, जो महिलाएं घर का कोई काम धंधा करके अपना पेट पाल रही है और उस आदमी का भी जिससे शादी हुई है, फिर भी माता-पिता उसी लड़की को प्रताड़ित करते हैं। मामलों में पीड़िता शिकायत करती है तो उसे और अधिक परेशान किया जाता है। धमकी दी जाती है। गौरी पाठक ने कहा कि समाज के प्रत्येक व्यक्ति को इसके लिए जागना होगा। ऐसा नहीं कि यह समस्या सिर्फ गरीबों के मध्य हो यह समस्या बडे़ घरानों तक पहुंच रही है। इससे बचने का एक उपाय है कि भारतीय संस्कृति की ओर लौटें। वेद-पुराणा पढ़ें, रामायण और रामचरित मानस का पाठ करें। जिससे व्यक्ति के अंदर संस्कार आएगा और उसका जीवन परिवर्तित होगा, वरना लड़कियों के साथ ऐसे ही अत्याचार होता रहेगा।