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कांग्रेस ने सरकार पर लगाया नोटबंदी के नाम पर जनता को गुमराह करने का आरोप Aligarh news

कांग्रेस हाईकमान के आदेश पर चार साल पूर्व की गई नोटबंदी को काला दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री पर नोटबंदी के नाम पर चार साल बाद भी जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया।

By Anil KushwahaEdited By: Published: Mon, 09 Nov 2020 11:58 AM (IST)Updated: Mon, 09 Nov 2020 09:53 PM (IST)
कांग्रेस ने सरकार पर लगाया नोटबंदी के नाम पर जनता को गुमराह करने का आरोप  Aligarh news
नोटबंदी की वर्षी पर कार्यक्रम को संबोधित करते हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी विवेक बंसल

अलीगढ़, जेएनएन : कांग्रेस हाईकमान के आदेश पर चार साल पूर्व की गई नोटबंदी को काला दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। स्थानीय कांग्रेसियों ने नोटबंदी की तुलना आर्थिक अपराध और षड़यंत्र से की है। प्रधानमंत्री पर नोटबंदी के नाम पर चार साल बाद भी जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया।  

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श्रद्धांजिल दी 

कांग्रेस नेता आगा यूनुस ने नोटबंदी की बरसी पर 100 से अधिक लोगों की मौतों पर श्रद्धांजलि अर्पित की। कहा, इस दिन को हमेशा काले दिन के रूप में सदैव याद रखा जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यकायक नोटबंदी करने का फैसला लिया। यह आम आदमी को लाचार, मजबूर व असहाय करने  वाला फैसला था। लोगों के रोजगार छीनकर काम-धंधे चौपट करने और देश की जीडीपी को खाई में पहुंचाने वाला घातक खत्म था। सरकार ने इसके लिए नकली करेंसी व कालाधन को प्रचलन से बाहर करना।  आतंकवाद व नक्सलवाद समाप्त करने जैसे तर्कों का सहारा लिया गया। आज नोटबंदी का सच सबके सामने है। इससे सैकड़ों लोगों की मौत हुई। आर्थिक बदहाली का दौर आया। जीवन यापन का जरिया समाप्त हो गया। अफसोस की बात है के प्रधानमंत्री मोदी देश की जनता पर कहर बरपाने वाले कदम पर माफी मांगने की बजाय आज भी गुमराह कर रहे हैं। यह झूठ की पराकाष्ठा और आर्थिक षड़यंत्र था।  

भारत को तबाह कर रही भाजपा सरकार 

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य सागर सिंह तोमर ने कहा कि प्रधानमंत्री ने देश को कपोल-कल्पनाओं का देश बना दिया है। चार साल पहले आज ही के दिन नोटबंदी हुई थी,उसी दिन से सत्यानाश की कहानी शुरू हो गई। कई तरह के दावे हुए कि ये ख़त्म हो जाएगा वो ख़त्म हो जाएगा। फ़ैसले को हर तरह सही ठहराने का प्रयास हुआ। मनमानी करते हुए निर्णय लेने की सनक से भारत की अर्थव्यवस्था को बहुत गहरी कीमत चुकानी पड़ी है। दशकों की मेहनत एक रात के फैसले से तबाह हो गई। हफ्तों तक लोग लाइन में लगे रहे। लोगों के घर में पड़े पैसे बर्बाद हो गए। सबको एक लाइन से काला धन करार दिया गया। काला धन कहीं और के लिए बच गया। उसके लिए बना इलेक्टोरल फंड, जिसमें पैसा देने वाले का नाम गुप्त कर दिया गया। मोदी सरकार ने नोटबंदी कर लघु व छोटे उद्योगों की कमर तोड़ दी। असंगठित क्षेत्र में मामूली कमाने वाले लोगों की कमाई घट गई। अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर देश को बेरोज़गारी की आग में झोंक दिया। लोगों में नफरत फैलाकर सरकार भारत को तबाह करने पर तुली हुई है। 

गलत नीतियों से अर्थव्यवस्था ध्वस्त 

अखिल भारतीय कांग्रेस के पूर्व पर्यवेक्षक अखिलेश शर्मा ने नोटबंदी की चौथी वर्षगांठ के अवसर पर भाजपा सरकार की निंदा करते हुए कहा कि भाजपा सरकार की गलत नीतियों ने हमारी अर्थव्यवस्था को नष्ट कर दिया है। उनके जन-विरोधी फैसलों के कारण अर्थव्यवस्था नीचे जा रही है। महंगाई व बेरोजगारी रिकाॅर्ड स्तर पर है।  नोटबंदी से लाखो लोगों का जीवन बर्बाद हो गया। 


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