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कमाने निकला था, उधार लेकर आया हूं Aligarh news

रोजी-रोटी के लिए परदेश जाने वालों को लॉकडाउन के दिनों में ऐसा दर्द मिला है कि ताजिंदगी भुला न पाएंगे।

By Mukesh ChaturvediEdited By: Published: Mon, 11 May 2020 08:00 PM (IST)Updated: Mon, 11 May 2020 03:35 PM (IST)
कमाने निकला था, उधार लेकर आया हूं Aligarh news

अलीगढ़ जेएनएन: रोजी-रोटी के लिए परदेश जाने वालों को लॉकडाउन के दिनों में ऐसा दर्द मिला है कि ताजिंदगी भुला न पाएंगे। अब परदेश जाने से तौबा कर रहे हैं। सीएम योगी के प्रयासों से वापस बुलाए जा रहे प्रवासी श्रमिकों की गुजरात से श्रमिक स्पेशल ट्रेन से अलीगढ़ पहुंची तो प्रवासियों के चेहरों पर संतोष का भाव था। सीएम योगी का आभार जताते हुए अधिकांशों को कहना था कि चाहें एक वक्त भूखे रह लेंगे, लेकिन अब परदेश नहीं जाएंगे। घर पर ही दो वक्त की रोटी का जुगाड़ करेंगे। 

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अब कबहु न जाएंगे परदेश

कासगंज के डोगलपुर निवासी उदयवीर छह माह पहले कमाने के लिए गुजरात गए थे, लेकिन कुछ हासिल नहीं हुआ। दो बेटियां की शादी करनी हैं। रिश्तेदारों से उधार लेकर गए थे लेकिन सब उल्टा हो गया। बताया, बड़ी मुश्किल से घर आ पाया हूं। अब जिंदगी कैसे चलेगी, पता नहीं। 

अब नहीं जाएंगे गुजरात 

जौनपुर के गढ़वाल निवासी शैलेंद्र ने बताया कि जो परेशानी झेली है वह जीवनभर याद रहेगी। भट्ठे पर मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण कर रहे थे। अब कभी गुजरात न जाएंगे। घर  रहकर नए सिरे से काम-धंधा शुरू करेंगे।

सीएम ने अच्छा काम किया 

कासगंज के सूरजपुर निवासी संजय ने बताया कि इलाके के ईंट भट्ठे पर काम करते थे। सोचा, बाहर जाकर काम करेंगे तो ज्यादा कमा लेंगे। गुजरात चले गए। दो महीने में जिंदगी नरक बन गई। किस्मत अच्छी है, घर वापस जा रहा हूं। सीएम का जीवन भर आभारी रहूंगा। 

घर पर ही करूंगा काम 

जौनपुर के गरौली संगूपुर निवासी बिरजू ने बताया कि गुजरात के बड़ौदा शहर पान, बीड़ी का खोखा रख लिया था। ठीक से चल रहा था। लॉकडाउन से सब उजड़ गया। जो कमाया सब खत्म हो गया। अब घर पर ही काम करूंगा।

1285 प्रवासियों को लेकर पहुंची श्रमिक स्पेशल टे्रन

गुजरात में फंसे यूपी के 1185 प्रवासी श्रमिकों व 100 बच्चों को लेकर रविवार को स्पेशल ट्रेन अलीगढ़ पहुंची। इनमें अलीगढ़ के एक ही परिवार के चार सदस्य थे। गुजरात के दाहोद स्टेशन से शनिवार रात चली ट्रेन सुबह साढ़े सात बजे यहां पहुंची। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की। इसके बाद रोडवेज बसों में बैठाया गया। बसों में ही खाने के पैकेट व पानी की बोतलें दी गईं। एडीएम सिटी राकेश मालपाणी ने बताया कि 55 रोडवेज बसों से श्रमिक भिजवाए गए हैं। अकराबाद क्षेत्र के चार श्रमिक क्वारंटाइन किए गए हैं। ट्रेन को दोपहर 12 बजे सैनिटाइज कराकर वापस भेज दिया गया। बसों को भी यात्रियों को बैठाने से पहले नगर निगम की टीमों ने सैनिटाइज किया। 


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