Heavy rain in Aligarh : बरसात का पानी भरने से जवां सीएचसी पर स्वास्थ्य सेवाएं हुई ठप, जहरीले जंतुओं का खतरा
Heavy rain in Aligarh बीते पांच दिनों से लगातार हो रही बारिश से ग्रामीण क्षेत्रों में जगह जगह जलभराव हो गया। जवां सीएचसी व उसके आसपास तीन से चार फुट तक पानी भरने से स्वास्थ्य सेवाएं ठप हो गयीं। अब यहां जहरीले जंतुओं का खतरा पैदा हो गये हैं।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। Heavy rain in Aligarh : चार पांच दिन से भारी बरसात क्या हुई सीएचसी जवां व उसके आसपास तीन से चार फुट तक पानी भरने से स्वास्थ्य सेवाएं बिल्कुल ठप हो गई। स्वीपर व चौकीदार को छोड़ कर अस्पताल का सारा स्टाफ अपने आवास छोड़कर दूसरे स्थानों पर रहने के लिए चला गया। पूरा अस्पताल परिसर सांप बिच्छू जैसे जहरीले जंतुओं का आश्रय स्थल बना हुआ है जहां फिलहाल स्वास्थ्य कर्मचारी भी जाने से डर रहे है।
अस्पताल परिसर में भरा पानी
डिलीवरी एवं पल्स पोलियो जैसी जरूरी स्वास्थ्य सेवाएं पीएचसी छेरत, बरौली व छलेसर से सुचारू की जा रही हैं। स्वास्थ्य केंद्र अधीक्षक डा ए के सिंह का कहना है कि अस्पताल परिसर में अभी भी काफी पानी भरा हुआ है। अस्पताल का जेनरेटर भी पूरी तरह डूब गया है। थोड़ा पानी सूखने पर सबसे पहले जनरेटर को सही कराया जाएगा उसके बाद स्वास्थ्य सेवाओं को सुचारू कराया जाएगा।
अभी भी सीएचसी में दो फुट पानी
देर शाम बंबा को नहर से बंद करके हाईवे व सुमेरा रोड का पानी बंबा की पटरी काट कर उसमे डाला गया, तब जाकर करीब सीएचसी, हाईवे व सुमेरा रोड पर पानी का स्तर करीब दो फुट तक कम हुआ। अभी भी सीएचसी जवां पर दो फुट तक पानी भरा हुआ है, जिस कारण मरीज इलाज कराने सीएचसी तक नहीं पहुंच पा रहे हैं।
तीन गांवों को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग बना दलदल
जलाली । नगर पंचायत जलाली के वार्ड नंबर 13 नगला वास्तअली,नगला खुमी,व नगला बबूल तीनों माजरों को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग इन दिनों दलदल बना हुआ है । लेकिन नगर पंचायत ने आज तक इस ओर ध्यान नहीं दिया । बदहाल मार्ग व गंदगी से परेशान लोगों ने नगर पंचायत के खिलाफ जमकर प्रदर्शन कर नारेबाजी की।
शिकायत के बावजूद नहीं हुई सुनवाई
आरोप है नगर पंचायत में कई बार शिकायत करने के बावजूद आज तक यह रास्ता नहीं बन सका । रास्ते का हर समय बुरा हाल रहता है बारिश के दिनों में यह रास्ता दलदल बन जाता है। कई बार शिकायतों के बावजूद नगर पंचायत ने इस ओर ध्यान नहीं दिया हर समय इसी दलदल से होकर जलाली के लिए तीनों गांव के सैकड़ों लोगों को निकलना पड़ता है। स्थानीय ग्रामीणों ने नगर पंचायत से यह रास्ता बनवाने की मांग की है।