जिला पंचायत अध्यक्ष व पूर्व मंत्री पर दर्ज दलित एक्ट के मुकद्मे की सीएम से शिकायत करेंगे भाजपा विधायक
भाजपा के जिला पंचायत अध्यक्ष उपेंद्र सिंह नीटू और सूबे के कद्दावर मंत्री रहे उनके चाचा ठा. जयवीर सिंह के खिलाफ दर्ज हुई दलित एक्ट की रिपोर्ट के विरोध में भाजपा विधायक उतर आए हैं। वह इसकी शिकायत सीएम से करेंगे।
अलीगढ़ : भाजपा के जिला पंचायत अध्यक्ष उपेंद्र सिंह नीटू और सूबे के कद्दावर मंत्री रहे उनके चाचा ठा. जयवीर सिंह व अन्य के खिलाफ एक दलित जिला पंचायत सदस्य ने छेड़खानी, मारपीट, अभद्रता, जान से मारने की धमकी देने व एससी-एससी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराने का मामला गरमाता जा रहा है। यह एफआइआर जिला पंचायत बोर्ड की शनिवार हुई बैठक में सदस्यों के बीच मारपीट के बाद मंगलवार देर रात दर्ज की गई थी। एफआआर के विरोध में भाजपा विधायक उतर आए हैं। इगलास विधायक राजवीर दिलेर ने कहा कहा है
दलित एक्ट का दुरुपयोग किया गया है। इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से की जाएगी। छर्रा विधायक ठा. रवेंद्रपाल सिंहने कहा है कि पूर्व मंत्री तो बैठक में मौजूद ही नहीं थे, उनके खिलाफ फर्जी रिपोर्ट दर्ज की गई है। इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से की जाएगी।
उपेंद्र सिंह नीटू की अध्यक्षता में सात अप्रैल को बोर्ड की बैठक में 38.54 करोड़ रुपये के बजट व अन्य प्रस्तावों को मंजूरी दी गई थी। बैठक में देरी से पहुंचे सदस्यों ने पर्याप्त कुर्सियां न होने व बिना चर्चा के बजट करने पर हंगामा शुरू कर दिया। मंच तक पहुंचने पर दोनों गुटों में मारपीट हो गई। कुर्सियां भी फेंकी गईं। इसमें दुर्गेश देवी व रवेंद्र सिंह घायल हो गए। दोनों पक्षों ने सिविल लाइंस थाने में तहरीर दे दी। अध्यक्ष गुट के रवेंद्र सिंह पाली की तहरीर पर अगले रोज जिला पंचायत सदस्य अजीत गौड़, हरेंद्र सिंह, दिनेश कुमार, सदस्य बबिता सिंह के पति सुबोध सिंह व दुर्गेश के पति वीरपाल सिंह पर मारपीट, बाली व चेन लूटने की रिपोर्ट दर्ज हो गई। ये लोग भाजपा विधायक ठा. दलवीर सिंह के समर्थक माने जाते हैं और नीटू के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भी ला चुके हैं। दूसरे गुट की सदस्य दुर्गेश देवी की रिपोर्ट मंगलवार देर रात दर्ज हुई, जिसमें अध्यक्ष उपेंद्र सिंह नीटू, पूर्व मंत्री ठा. जयवीर सिंह, शैलेंद्र सिंह टिल्लू, रवेंद्र सिंह पाली, भूपेंद्र सिंह, खिल्लन शेरवानी, पप्पू चौहान ठेकेदार व 10-12 अज्ञात को आरोपित किया गया है। जिला पंचायत अध्यक्ष उपेंद्र सिंह नीटू का कहना है कि वीडियो रिकार्डिग में सबकुछ है। फिर भी, बिना देखे-सुने पुलिस फर्जी कार्रवाई कर रही है।