डेंगू और बुखार ने पसारे पांव, झोलाछापों का बिछा जाल, खंडहर बन गया अस्पताल Hathras News
डेंगू और बुखार ने जिले में पैर पसार लिए हैं। गांव-गांव लोग बीमारी की चपेट में हैं। इस बीच झोलाछाप डाक्टरों का जंजाल भी फैल गया है। छोटी-छोटी दुकानों में डेंगू के मरीजों का इलाज किया जा रहा है।
हाथरस, जागरण संवाददाता । डेंगू और बुखार ने जिले में पैर पसार लिए हैं। गांव-गांव लोग बीमारी की चपेट में हैं। इस बीच झोलाछापों का जंजाल भी फैल गया है। छोटी-छोटी दुकानों में डेंगू के मरीजों का इलाज किया जा रहा है। सासनी क्षेत्र में मरीजों की जान से खिलवाड़ की तस्वीरें सामने आई हैं। यहां वर्षाें से बंद पड़ी पेट्रोल पंप के खंडहर भवन में मरीजों का इलाज किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी आंखें बंद किए हुए हैं।
लगातार सामने आ रहे बुखार के मामले
हाथरस में डेंगू और बुखार के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। अब तक 220 केस डेंगू के सामने आ चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों में एक व्यक्ति की डेंगू से मौत भी हो चुकी है। बुखार से भी कई दर्जन लोगों की जान जा चुकी है। गांव-गांव बीमारी का प्रकोप है। घर-घर चारपाई पड़ी हुई हैं। स्वास्थ्य विभाग के लचर इंतजामों की वजह से लोग गांवों में झोलाछाप (अनट्रेंड) डाक्टरों से इलाज करा रहे हैं। खुले में इलाज किया जा रहा है।
सासनी में खंडहर में बनाया अस्पताल
सासनी में एक झोलाछाप डाक्टर ने खंडहर भवन में अस्पताल बना दिया है। यहां एक पेट्रोल पंप कई वर्षाें से बंद पड़ी है। इसके खंडहर भवन में टेंट के गद्दे डालकर मरीजों का उपचार किया जा रहा है। उन्हें डि्रप भी चढ़ाई जा रही है। क्षेत्र के गांव बिर्रा, हडोली के आठ मरीज भर्ती हैं। इनके तीमारदार भी बैठे हुए हैं। भवन के चारों ओर बड़ी-बड़ी झाड़ियां हैं।
इनका कहना है
बुखार का प्रकोप जहां भी है वहां शिविर लगाकर दवा वितरित की जा रही हैं। मरीजों की खून की जांच और स्लाइड बनाई जा रही हैं। खंडहर में इलाज किए जाने की जानकारी नहीं हैं। अभी टीम भेजकर कार्यवाही की जाएगी। मरीजों की जान से खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा।
डा. एसपी सिंह चिकित्सा प्रभारी, सासनी।