बेटियों को साहसी बनने को किया प्रेरित
अलीगढ़ : भारतीयों की सेवा के लिए अपना जीवन अर्पित करने वाली स्वामी विवेकानंद की शिष्या मार्गेट
अलीगढ़ : भारतीयों की सेवा के लिए अपना जीवन अर्पित करने वाली स्वामी विवेकानंद की शिष्या मार्गेट नाबेल की 150 वीं जयंती पर कस्बा बेसवां में आरएसएस की राष्ट्रीय सेविका समिति द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें बालिकाओं को आगे बढ़ने की प्रेरणा दी गई।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डा. शरद रेणू अखिल भारतीय बौद्धिक प्रमुख ने मार्गेट नाबेल की जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि विश्व धर्म सम्मेलन में अमेरिका में वह स्वामी जी व भारतीय संस्कृति से प्रभावित हुई और भारत आ गई। यहां उन्होंने अपना पूरा जीवन भारतीयों की सेवा में लगा दिया। स्वामी जी ने उन्हें भागिनी निवेदिका नाम दिया था। उन्होंने कहा कि पूरे विश्व में सिर्फ भारतीय संस्कृति ही ऐसी है जिसमें प्राणी मात्र के कल्याण की कामना की गई है। यहां चींटी को भी भोजन कराया जाता है। उन्होंने बेटियों को आगे बढ़ने, साहसी बनने व देश सेवा के लिए भी आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डा. निशा शर्मा व संचालन आराधना भारद्वाज ने किया। इस मौके पर पूजा लवानिया, सोनिया वर्मा, पूजा सक्सेना, कविता सारस्वत, दीक्षा, साक्षी, ममता बालियान आदि थे।