दैनिक जागरण की मुहिम : मासूमों को मिला भोजन, छलके आंसू Aligarh News
दैनिक जागरण की भंडार भरा पर पेट खाली मुहिम ने सामाजिक जागरूकता का काम किया है। मुहिम के जरिये लोगों में इतना जल्दी परिवर्तन आएगा इसका अंदाजा नहीं था
अलीगढ़ [जेएनएन]: दैनिक जागरण की 'भंडार भरा पर पेट खाली' मुहिम ने सामाजिक जागरूकता का काम किया है। मुहिम के जरिये लोगों में इतना जल्दी परिवर्तन आएगा, इसका अंदाजा नहीं था। शादी-पार्टियों में बैनर-पोस्टर लगाकर भोजन के आइटम कम किए जा रहे हैं। बरात की अगवानी के समय मेहमानों से अपील की जा रही है कि उतना ही थाली में लें, जितनी जरूरत हो। भोजन बर्बाद न हो। अब तो गेस्ट हाउस व मैरिज होम से भोजन बचने पर दैनिक जागरण के पास फोन भी आने लगे हैं। रॉबिन हुड संस्था को सूचित कर भोजन एकत्र कराया जा रहा है। रविवार को भोजन बरौला जाफराबाद स्थित बस्तियों में बंटवाया गया।
'भंडार भरा पर पेट खाली'
शनिवार को छेरत स्थित प्रिंस पैलेस में सुधीर कुमार की बेटी का रिसेप्शन था। किचन सेफ कैटर्स के डायरेक्टर अभिषेक वाष्र्णेय की टीम यहां लगी थी। अभिषेक ने बताया कि रात में कुछ भोजन बच गया था। उन्होंने 'भंडार भरा पर पेट खाली' मुहिम से प्रेरित होकर भोजन को जरूरतमंदों तक पहुंचाने का निर्णय लिया। रॉबिन हुड की तलत जावेद को रात में फोन किया। रविवार तड़के टीम पहुंच गई। अभिषेक ने बताया कि उन्होंने अपने बर्तन में सारा भोजन रखवाया और गाड़ी से बरौला जाफराबाद भिजवाया। यहां पर रॉबिन हुड की टीम ने बच्चों और महिलाओं को भोजन बांटा। अभिषेक ने बताया कि बरौला जाफराबाद की स्थिति देखकर उनकी आंखें भर आईं। बच्चे भूख से बिलख रहे थे। महिलाएं भोजन की तलाश में कूड़ा बीनने के लिए निकली थीं। भगवान भरोसे उनका भोजन हो पाता है। उन्होंने कहा कि अब ठान लिया है कि जहां भी उनका कैटर्स होगा, वे वहां भोजन बर्बाद नहीं होने देंगे। वह अपने संसाधन से ही सही मगर उसे जरूरतमंदों तक पहुंचाएंगे।
कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं रहेगा
रॉबिन हुड की तलत जावेद ने कहा कि टीम ने बरौला जाफराबाद का इनपुट दिया तो वह भी भावुक हो गईं। उन्होंने कहा कि समाज का प्रत्येक व्यक्ति जागरूक हो गया तो शहर में कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं रहेगा।
मुहिम से मिल रही मदद
अभिषेक व तलत जावेद ने दैनिक जागरण मुहिम की सराहना की। अभिषेक ने कहा कि मुहिम से इतनी सहूलियत हुई है कि बता नहीं सकते। अब तो कई जगह लड़की और लड़के वाले भोजन में आइटम कम करने के लिए संपर्क करने लगे हैं। तलत जावेद ने कहा कि समाचार पत्र के माध्यम से उन्हें सूचनाएं मिलने लगी हैं, जिससे हम और मेहनत से काम कर पा रहे हैं।