कोरोना वायरस ने थामी टैक्स वसूली की रफ्तार Aligarh news
कोरोना वायरस संक्रमण ने सरकारी दफ्तरों को भी चपेट में लेना शुरू कर दिया है। नगर निगम में कुछ अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ उनके स्वजन भी संक्रमण की चपेट में आ गए हैैं।
अलीगढ़ [जेएनएन]: कोरोना वायरस संक्रमण ने सरकारी दफ्तरों को भी चपेट में लेना शुरू कर दिया है। नगर निगम में कुछ अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ उनके स्वजन भी संक्रमण की चपेट में आ गए हैैं। आधा दर्जन लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, कई की रिपोर्ट आनी बाकी है। इससे विभागीय कार्य अटक गए हैं, खासकर कर वसूली। जिस पर नगर निगम की आर्थिक व्यवस्था टिकी है। नगर निगम ने ऑनलाइन वसूली पर जोर देना शुरू कर दिया है। उपभोक्ताओं के मोबाइल नंबर पर ङ्क्षलक भेजा जा रहा है, ताकि ऑनलाइन भुगतान कर सकें।
53 करोड़ रुपये की टैक्स वसूली का लक्ष्य
नगर निगम ने पिछले वित्त वर्ष में 53 करोड़ रुपये की टैक्स वसूली का लक्ष्य तय किया था। 27.40 लाख रुपये सरकारी विभागों पर है। वसूली के लिए अभियान चलाया गया। बड़े बकायेदारों की दुकानें सील की गईं, नोटिस चस्पा हुए। इसका लाभ भी मिला, बकायेदार टैक्स देने लगे। मार्च तक अभियान जारी था, फिर लॉकडाउन हो गया। टैक्स वसूली की रफ्तार थम गई। बिङ्क्षलग भी हुई नहीं। बकायेदारों ने खुद टैक्स जमा करने में रुचि नहीं दिखाई। सरकारी विभागों से नगर निगम को कुछ नहीं मिला। एएमयू पर भी 13 करोड़ से अधिक बकाया है। नगर निगम ने टैक्स वसूली की ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू कर दी। इस व्यवस्था में सभी विभाग लगा दिए। तभी विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों की तबीयत बिगडऩे लगी। सैंपङ्क्षलग कराई गई तो कुछ की रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। इसे देखते हुए नगर आयुक्त ने सैंपङ्क्षलग के लिए सीएमओ को सूची भेज दी। कुछ अधिकारी, कर्मचारी होम क्वारंटाइन कर दिए गए। अब ऑनलाइन टैक्स वसूली के लिए टीम को लगाया गया है।
आमजन को आसानी रहेगी
नगर आयुक्त सत्यप्रकाश पटेल का कहना है कि टैक्स से हीखर्चे चलते हैं, कर्मचारियों को वेतन दिया जाता है। कोरोना संक्रमण काल में ऑनलाइन टैक्स वसूली की व्यवस्था शुरू की गई है। इससे आमजन को भी आसानी रहेगी।