मांगों पर अड़े संविदाकर्मियों ने दी चेतावनी, मांगें नहीं मानी गयी तो होगा आंदोलन Aligarh news
संविदा कर्मियों ने गुरुवार को क्वार्सी स्थित दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के कार्यालय पर हुंकार भरी। उन्होंने कहा कि लंबे समय से मांगें लंबित चल रही हैं यदि मांगें पूरी नहीं हुईं तो वह बड़ा आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
अलीगढ़, जेएनएन : संविदा कर्मियों ने को क्वार्सी स्थित दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के कार्यालय पर हुंकार भरी। उन्होंने कहा कि लंबे समय से मांगें लंबित चल रही हैं, यदि मांगें पूरी नहीं हुईं तो वह बड़ा आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
यह हैं मांगें
कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष प्रताप सिंह ने कहा कि एक्ट 1970 के अंतर्गत नियमित कर्मचारियों के अनुसार संविदा कर्मियों को भी वेतन दिया जाए। श्रमिक को 22 हजार, लाइनमैन व एसएसओ को 25 हजार रुपये वेतन दिया जाए। पांच वर्षों से अधिक समय तक कार्यरत और पोर्टल पर अंकित संविदा कर्मियों को 35 हजार रिक्त पदों पर समायोजित किया जाए। प्रताप ङ्क्षसह ने आरोप लगाया कि संविदा कर्मियों के ईपीएफ में लगातार 12 वर्षों से गोलमाल किया जा रहा है। यह रकम 10 अरब के करीब है। इसकी सीबीआई जांच कराई जाए।
संविदाकर्मियों को दो सौ यूनिट बिजली फ्री देने की मांग
जिलाध्यक्ष रमेश पांडेय ने कहा कि लाइनों और सब स्टेशनों पर कार्यरत संविदा कर्मियों को 200 यूनिट बिजली फ्री दी जाए। शक्ति भवन समेत प्रदेश के सभी कंप्यूटर आपरेटरों को 25 हजार रुपये वेतन दिया जाए। राकेश श्रीवास्तव ने आरोप लगाया कि जूनियर इंजीनियर एवं संविदा कर्मियों का उत्पीडऩ करते हैं, जो बंद होना चाहिए। सतीश शर्मा ने कहा कि यदि मांगें पूरी नहीं हुईं तो बड़ा आंदोलन करने को मजबूर होंगे। धरने में ओम प्रताप, वेद प्रकाश, कपिल, सुशील कुमार, हर प्रसाद, संजय सिंह, भूरा खां, देवकरन नीरज, रबी कुमार आदि मौजूद थे।