Dainik Jagran's campaign : आओ संकल्प लें, हर आयोजन पर रोपेंगे पौधे Aligarh news
जिले का 3650 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र फल है। जिसमें वन क्षेत्र मात्र 1.82 फीसद के ही आसपास है। आबादी भी तेजी से बढ़ रही है लेकिन वन क्षेत्र नहीं। पर्यावरण संतुलन के लिए ये चिंताजन भी है। इसके लिए हम सबको सशक्त प्रहरी के रूप में आगे आना होगा।
अलीगढ़, जेएनएन । जिले का 3,650 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र फल है। जिसमें वन क्षेत्र मात्र 1.82 फीसद के ही आसपास है। आबादी भी तेजी से बढ़ रही है, लेकिन वन क्षेत्र नहीं। पर्यावरण संतुलन के लिए ये चिंताजन भी है। इसके लिए हम सबको सशक्त प्रहरी के रूप में आगे आना होगा। संकल्प लेना होगा कि घर में होने वाले हर आयोजन पर एक पौधा जरूर रोपेंगे। कोरोना की दूसरी लहर में हमने आक्सीजन संकट देखा है। शुद्ध हवा हमें पौधे ही दे सकते हैं। पेड़ पर्यावरण और सेहत के दोनों के लिए जरूरी है। दैनिक जागरण ने ‘आओ रोपें अच्छे पौधे’ अभियान की शुरुआत की है। आप भी जुड़िए। नीम, पीपल, शीशम, आम, बरगद जैसे उन पौधों को ही रोपें जो अधिक मात्रा में आक्सीजन देते हैं। उन पौधों को कतई न लगाएं जो पर्यावरण के लिए हानिकारक है। उन पर पक्षी भी नहीं बैठते। पौधों की परख जरूर कर लें।
पौधे को रोपें, बचाएं भी
शास्त्रों में तुलसी के पौधे पूजनीय और पवित्र बताए गए हैं। घर में तुलसी का पौधा घर में लगाना भी काफी हितकारी माना जाता है। यही कारण है कि हर घर में तुलसी का पौधा मिल जाएगा। पीपल, बरगद समेत और भी तमाम पेड़ हैं जिनकी पूजा की जाती है। हमें ऐसे पौधो की कमी नहीं होनी देनी चाहिए। ऐसा भी नहीं है कि पाैधे नहीं रोपे जाते। हर साल लाखों पौधे लगाए जाते हैं। सरकार इसके लिए लक्ष्य तय करती है। जिला प्रशासन वन विभाग की मदद से हर साल पौधा रोपण करता है। लेकिन देखरेख के अभाव में अधिकांश पौधे जिंदा नहीं रह पाते। इस लिए पौधे लगाने से पहले जरूरी है कि पौधों की देखरेख की जिम्मेदारी भी तय की जाए। जिस पौधे को इतनी मेहतन से लगा रहे हैं उसका पालन भी किसी बच्चे की तरह ही किया जाए। तभी पौधों को दरख्त बनते देख सकते हैं।
चुनाव तो रोचक होगा
जिला पंचायत अध्यक्ष पद का चुनाव रोमांचक होने जा रहा है। भाजपा प्रत्याशी विजय सिंह के मुकाबले अभी तक रालोद के ही प्रत्याशी उतारने की खबरें चल रही थीं। लेकिन अब मुकाबले में सपा प्रत्याशी अर्चना यादव आ गई हैं। उन्हें पूरे विपक्ष का ही प्रत्याशी माना जा रहा है। क्योंकि इस चुनाव बसपा और कांग्रेस सामने नहीं है, न ही उन्होंने प्रत्याशी उतारा है। ये चुनाव रोचक इस लिए होगा कि क्योंकि भाजपा खेमा सदस्यों को अपने साथ होने का दावा कर रहा है। सदस्यों के सैर-सपाटे के फोटो भी वायरल हुए हैं। सपाई शिकायत करते फिर रहे हैं कि जब वो प्रचार के लिए जाते हैं तो सदस्य घर मिलते ही नहीं है। उनकी शिकायत का समाधान अभी हुआ भी नहीं है। सदस्य अपने घर पर नहीं है। ऐसे में अब देखना यह है कि सदस्यों पर डोरे कैसे डाले जाते हैं। इसमें बाजी कौन मारता है?
कोई तो ध्यान दे
हर साल कई रोर्ड बारिश में गड्ढाें बदल जाते हैं। इस बार भी ऐसा होने जा रहा है। रामघाट रोड पीएसी के पास बदहाल हो रहा है। इस ओर किसी का ध्यान नहीं है। जबकि यह मार्ग बहुत ही महत्वपूर्ण है। कभी पीएससी के सामने भी ऐसी स्थिति बनती थी, सीसी रोड बनने के बाद से स्थिति सुधरी हुई है। उस समय भी आसपास की कालोनी से आने वाले पानी की निकाशी की व्यवस्था नहीं थी, अब भी नहीं है। पीएसी से आगे पेट्रोल पंप के सामने जलभराव इसी कारण हो रहा है। यहां नाला तक नहीं है। जलभराव से खराब हो रही रोड के बारे में पीडब्ल्यूडी के अफसरों को पता है लेकिन समाधान नहीं खोज पा रहे हैं। अगर रोड किनारे नालों का निर्माण् हो जाए तो इस समस्या से बचा जा सकता है। ऐसा होने से एक अच्छी सड़क को खराब होने से भी बचाया जा सकता है।