Aligarh News: क्रिकेट के दौरान दो समुदाय भिड़े, जमकर हुआ पथराव, चार घायल, तनाव के बीच बरसात में पहुंचे एसएसपी
एक बार झगड़ा होने के बाद पहुंची पुलिस ने मामला शांत कराया। लेकिन फिर से भिड़ गए दोनों पक्ष। हिंदू पक्ष ने दो व मुस्लिम पक्ष ने एक तहरीर दी। बरसात के बीच एसएसपी ने मौके पर पहुंचकर देखे हालात।
संसू, मडराक। हिंदू व मुस्लिम पक्षों के लोग शुक्रवार को भिड़ गए। दोनों ओर से जमकर पथराव हुआ, जिसमें चार लोग घायल हो गए। दोपहर में क्रिकेट खेलने के दौरान हिंदू पक्ष के नाबालिग को बैट मारने पर विवाद हुआ था। उस दौरान पुलिस ने गांव में पहुंचकर मामला शांत करा दिया। पुलिस के निकलते ही आरोपितों ने हमला कर दिया, जिसके बाद दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। इसमें तीन मुकदमे पंजीकृत किए गए हैं।
तनाव देखते हुए रात में ही पहुंचे एसएसपी
सात लोगों को हिरासत में लिया गया है। तनाव को देखते हुए एसएसपी कलानिधि नैथानी ने देररात बरसात में ही घटनास्थल का जायजा लिया। पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस के मुताबिक, घासीपुर मुस्लिम बहुल गांव है। यहां शुक्रवार दोपहर हिंदू व मुस्लिम समुदाय के बच्चे क्रिकेट खेल रहे थे। इसी दौरान मुस्लिम बच्चे ने छक्का मारा। हिंदू पक्ष ने चुनौती दी कि मेरी गेंद पर शाट मारकर दिखा। बच्चे ने उसकी गेंद पर भी छक्का मार दिया। इसे लेकर दोनों में कहासुनी हो गई। इसी बीच मुस्लिम बच्चे ने दूसरे के सिर पर बैट मार दिया। मामला बढ़ा तो मुस्लिम पक्ष के लोगों ने हमला कर दिया।
गांव पहुंचे इंस्पेक्टर और मामला कराया शांत
इंस्पेक्टर गांव में पहुंचे और दनों पक्षों को समझा-बुझाकर शांत किया। शाम करीब चार बजे पुलिस के जाने के बाद दोनों पक्ष फिर आमने-सामने आ गए। जमकर पथराव होने लगा। इसमें दोनों पक्षों के दो-दो लोग घायल हो गए। एसपी देहात पलाश बंसल, सीओ इगलास आदि ने मौके पर पहुंचकर हालातों को संभाला। पुलिस ने चारों का मेडिकल कराया और हिरासत में ले लिया। इसके बाद देररात मुस्लिम पक्ष के तीन और लोगों को पकड़ लिया गया। एसपी देहात पलाश बंसल ने बताया कि मामले में तीन मुकदमे पंजीकृत किए गए हैं। सात लोग हिरासत में हैं। सभी के विरुद्ध शांतिभंग की कार्रवाई की जाएगी। अन्य की तलाश की जा रही है।
दोबारा झगड़े पर हिंदू पक्ष का हंगामा, नारेबाजी
दोबारा से झगड़ा करने पर हिंदू पक्ष ने लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। आरोप था कि पुलिस ने उन्हें पिटवाया है। इसे लेकर नारेबाजी की गई। बोले कि एक बार शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसीलिए विवाद बढ़ गया। हालांकि पुलिस का कहना था कि इंस्पेक्टर ने गांव से निकलने के दौरान फोर्स को तैनात करने के लिए कहा था। जब तक फोर्स आती, उससे पहले ही झगड़ा हो गया।
तमंचे से हमले का लगाया आरोप
पहली तहरीर गांव के अरुण ने अरबाज, राजा, सलमान, अजरुद्दीन, हसरुद्दीन के छोटे भाई के विरुद्ध तहरीर दी है। इसमें कहा है कि आरोपितों ने जातिसूचक शब्द कहते हुए फरसे से हमला किया। तमंचे से हमला करने का प्रयास किया, जो चला नहीं। ये तहरीर दीं। दूसरी तहरीर गांव की प्रभा देवी ने 28 नामजदों के विरुद्ध दी है। कहा है कि उनके देवर का मकान बन रहा था। बच्चे उस पर काम कर रहे थे, तभी दूसरे पक्ष के अरबाज, उमर, इमामुद्दीन, शेर खां व अज्ञात लोगों ने उन्हें व उनके बेटे को पीटा। पुलिस ने मामला शांत करा दिया।
पुलिस ने किया मौके पर मुआयना
इसके बाद फिर से आरोपित राजा, सलमान, हसरुद्दीन, जहीर खान, बंटी, अकील पुत्र शकीर, अकील पुत्र हमीद, साकिर, जावेद, इन्नी, सलमान, अनीश, परवेश, आलिया, सुहेल, फारुख, सांवरिया, नाजिम, कासिम, जाहिद, अकील, अय्यूम, मेहंदी हसन, समीर, यासीन, ताहिर, अहमद, सलमान व अन्य 50 लोगों ने लाठी, डंडे, पत्थर, हथियार से जान से मारने का प्रयास किया। जातिसूचक शब्द कहे और धमकी दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बचाया। इधर, दूसरे पक्ष के शमशेर ने ओमवीर, अभय, रमन, केतु, कमल, लोकेश ने डंडा, सरिया लेकर उनके भाई इमामुद्दीन, उसके बेटे समीर व नूर को गालीगलौज करते हुए मारा-पीटा। जान से मारने की धमकी भी दी।