Hathras Case: सीबीआइ ने निलंबित सीओ, इंस्पेक्टर व हेड मोहर्रिर से घंटों पूछताछ
बूलगढ़ी प्रकरण की जांच में जुटी सीबीआइ सोमवार को फिर कोतवाली चंदपा पहुंची। टीम ने यहां निलंबित इंस्पेक्टर दिनेश कुमार वर्मा व हेड मोहर्रिर महेशपाल को बुलाकर पूछताछ की। इसके बाद निलंबित सीओ रामशब्द से भी टीम ने घटना से संबंधित जानकारी जुटाई।
हाथरस, जेएनएन : बूलगढ़ी प्रकरण की जांच में जुटी सीबीआइ सोमवार को फिर कोतवाली चंदपा पहुंची। टीम ने यहां निलंबित इंस्पेक्टर दिनेश कुमार वर्मा व हेड मोहर्रिर महेशपाल को बुलाकर पूछताछ की। इसके बाद निलंबित सीओ रामशब्द से भी टीम ने घटना से संबंधित जानकारी जुटाई। टीम ने उस टेंपो चालक से भी बातचीत की जो कि घटना के दिन पीडि़ता को चंदपा से जिला अस्पताल लेकर गया था। वहीं घटना के दिन थाने पर वीडियो बनाने वाले दो युवकों से भी जानकारी की।
पूछताछ में बताया यह सब
सोमवार की सुबह नौ बजे सीबीआइ की टीम कोतवाली चंदपा पहुंची। यहां निलंबित इंस्पेक्टर दिनेश कुमार वर्मा व हेड मोहर्रिर महेशपाल को बुलाया। इंस्पेक्टर डीके वर्मा घटना के समय चंदपा कोतवाली के एसएचओ थे। उन्होंने पीडि़ता के भाई की तहरीर के आधार पर जानलेवा हमला और एससी-एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज किया था। युवती ने तब आरोपित द्वारा जबरदस्ती करने की बात भी कही थी, लेकिन पुलिस ने छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज नहीं किया था। पांच दिन बाद छेड़छाड़ की धारा बढ़ाई थी, आठवें दिन पीडि़ता के बयान के आधार पर सामुहिक दुष्कर्म की धारा और तीन आरोपितों के नाम मुकदमे में बढ़ाए थे। एसआइटी की पहली जांच रिपोर्ट के आधार पर एसपी, डीएसपी समेत कुल पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया था, जिनमें इंस्पेक्टर डीके वर्मा और हेड मोहर्रिर महेशपाल का नाम भी शामिल था।
इनसे की पूछताछ
हेड मोहर्रिर पर मजरूमी चि_ी में चोटों का सही विवरण नहीं लिखने का आरोप था। शाम को निलंबित सीओ रामशब्द से भी सीबीआइ ने पूछताछ की। सीओ सिटी रामशब्द पर घटना के दौरान सादाबाद का भी चार्ज था। विवेचना के दौरान उन्होंने चार दिन बाद पीडि़ता के जेएन मेडिकल कॉलेज जाकर बयान लिए थे। उसी के आधार पर मुकदमे में छेड़छाड़ की धारा बढ़ी थी। पुलिसकर्मियों से सीबीआइ पहले भी पूछताछ कर चुकी थी।
टेंपो चालक से ली जानकारी
14 सितंबर को गंभीर हालत में बूलगढ़ी की युवती को टेंपो से कोतवाली चंदपा से जिला अस्पताल ले जाया गया था। इस मामले में गांव रोहई निवासी टेंपो चालक महेश को भी सीबीआइ ने बुलाकर जानकारी ली। घटना के दिन कोतवाली पर पीडि़ता से बातचीत का वीडियो बनाने वाले दो युवकों को भी बुलाकर जानकारी ली।