सीसीटीवी फुटेज में कैद हुए उपद्रवी छात्र, पुलिस ने एएमयू से मांगे नाम
एएमयू के दो छात्र गुटों में हुए उपद्रव में शामिल आरोपितों पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। पुलिस ने एएमयू से कैंपस में लगे सीसीटीवी कैमरों की रिकार्डिंग हासिल की है, जिनमें पूरा बवाल कैद हुआ है।
अलीगढ़ (जेएनएन)। एएमयू के दो छात्र गुटों में हुए उपद्रव में शामिल आरोपितों पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। पुलिस ने एएमयू से कैंपस में लगे सीसीटीवी कैमरों की रिकार्डिंग हासिल की है, जिनमें पूरा बवाल कैद हुआ है। कई छात्रों की पहचान कर एएमयू से उनके नाम-पते मांगे हैं। ये वो छात्र हैं जो कैंपस में बाइक फूंकने, महिला मीडिया कर्मियों से अभद्रता करने और यूनिवर्सिटी सर्किल पर हमला करने में शामिल थे।
मीडिया कर्मियों से छात्रों ने की थी मारपीट
एएमयू सीसीटीवी कैमरों का बड़ा जाल बिछा हुआ है। जो भी घटनाक्रम होता है वह इनमें कैद जरूर होता है। इसी नेटवर्क का लाभ पुलिस ले रही है। एएमयू छात्रों द्वारा बुलाई मुस्लिम दलों की बैठक में औवेसी के आगमन की सूचना पर कवरेज के लिए कैंपस में पहुंचे मीडिया कर्मियों से छात्रों ने मारपीट की थी। कैमरा भी तोड़ दिए। इसके बाद एएमयू सर्किल पर बवाल हुआ था। पूरा घटनाक्रम सोशल साइंस फैकल्टी से लेकर, पीवीसी, वीसी, रजिस्ट्रार आवास व बाबे सैयद व रजिस्ट्रार कार्यालय व फैज गेट पर लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हुआ है।
उपद्रवी छात्रों की हुई पहचान
एसएसपी ने बताया कि वीडियो फुटेज एएमयू से मिल गए हैं। दस से अधिक उपद्रवी छात्रों की पहचान कर उनके नाम एएमयू प्रशासन से मांगे हैं। उसके बाद गिरफ्तारी की कार्रवाई की जाएगी। अन्य माध्यम से भी वीडियो फुटेज लेकर उपद्रवियों को चिह्नित किया जा रहा है।
आरिफ ने दी तहरीर
मेडिकल में भर्ती एएमयू छात्र आरिफ त्यागी ने मंगलवार रात हुए हमले में तहरीर दी है। इसमें कहा है कि जमालपुर में उस पर हमला हुआ था, जिससे सिर व आंख में गंभीर चोट आई है। हमले का आरोप भाजयुमो जिलाध्यक्ष मुकेश लोधी व इनके साथियों पर लगाया गया है।
सर्किल पर बना कैंप कार्यालय
तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने सर्किल चौराहे पर ही कैंप कार्यालय बना लिया है। सभी जरूरी सरकारी कार्य यहीं निपटाए जा रहे हैं।
वीडियो माॅनीटरिंग टीम गठित
एसएसपी ने बताया कि वीडियो माॅनीटरिंग टीम गठित की गई है। ये टीम पूरे प्रकरण से संबंधित वीडियो फुटेज का परीक्षण कर साक्ष्य जुटाएगी, जिससे मुकदमों में प्रभावी पैरवी की जा सके।