न्यायालय के आदेश पर अतिक्रमण पर चला बुल्डोजर, निराश्रितों को मिला प्लाट Aligarh news
छर्रा के ग्राम सिरसा में सरकारी भूमि पर ग्रामीणों द्वारा स्थाई अतिक्रमण कर बनाए गए मकानों को तहसील प्रशासन ने जेसीबी से तुड़वाने का काम शुरू कराया गया है। जेसीबी द्वारा ग्रामीणों के आशियानों को ध्वस्त करते हुए शुक्रवार को मकानों की बाउंड्री आदि जमींदोज कर दिया गया।
अलीगढ़, जेएनएन : छर्रा के ग्राम सिरसा में सरकारी भूमि पर ग्रामीणों द्वारा स्थाई अतिक्रमण कर बनाए गए मकानों को तहसील प्रशासन ने जेसीबी से तुड़वाने का काम शुरू कराया गया है। जेसीबी द्वारा ग्रामीणों के आशियानों को ध्वस्त करते हुए शुक्रवार को मकानों की बाउंड्री आदि जमींदोज कर दिया गया। मकानों के कमरों को प्रशासन द्वारा छोड़ दिया गया और चेतावनी दी कि जल्द ही इसे खाली कर दिया जाय।
फूट-फूटकर रोयी महिलाएं
तिनका-तिनका जोड़ कर बनाए गए मकानों को यूं अपनी आंखों के सामने ध्वस्त होते व मलवे में तब्दील होते देखकर महिलाएं फूट-फूटकर रोने लगी। वहीं कुछ परिवार खेत में तंबू का पांडाल बनाकर समय गुजार रहे हैं। प्रशासन द्वारा भूमिहीन चार परिवारों को घर बनाने हेतु ग्रामसभा आबादी क्षेत्र की जमीन पर 100-100 वर्गगज के प्लॉट आवंटित किए हैं। छर्रा क्षेत्र के ग्राम सिरसा में सरकारी चारागाह, खलिहान, नवीन परती, वृक्षारोपण व शमसान की करीब दो सौ बीघा जमीन पर कई दशकों से ग्रामीणों का कब्जा है, जिसमें करीब 50 बीघा भूमि पर करीब 47 ग्रामीणों ने अपने आवास बना लिए हैं। गांव निवासी एक व्यक्ति की दायर अपील पर सुनवाई करते हुए विगत 22 नवंबर को उच्चन्यायालय द्वारा उक्त जमीन को कब्जामुक्त कराने के तहसील प्रशासन को आदेश किए हैं। तहसील प्रशासन ने ग्रामीणों को नोटिस देते हुए जमीन खाली करने को कहा था। उसके बाद गुरुवार को राजस्व विभाग की पूरी टीम गांव पहुंच गई। जिसमें एसडीएम अतरौली एवं सीओ बरला ने गांव के ही मोहकम सिंह, जुगेंद्रसिंह, अजीत सिंह आदि लोगों की एक समिति बनाकर सर्वसम्मति से जमीन को खाली कराने का निर्णय किया था। वहीं ग्रामीणों ने स्वयं ही अपने मकानों को तोड़ना शुरू कर दिया है।
शुक्रवार को फिर पहुंची टीम
शुक्रवार को नायब तहसीलदार दिनेश कुमार शर्मा अपनी टीम के साथ जेसीबी मशीन लेकर गांव पहुंचे। ग्रामीणों ने अधिकारियों से मौसम का हवाला देते हुए कुछ समय की और मोहलत मांगी। जिस पर दोपहर में राजस्व विभाग की टीम की मौजूदगी में मकानों पर जेसीबी का पंजा चलना शुरू हो गया। टीम के निर्देशन में जेसीबी मशीन द्वारा मकानों की बाउंड्री आदि को ध्वस्त कर दिया गया। तहसीलदार सुरेंद्र सिंह ने मौके का निरीक्षण करते हुए बताया कि न्यायालय के आदेश के बाद ग्रामीणों को नोटिस के माध्यम से जमीन खाली करने का तीन दिन का समय दिया गया था। एमएलसी चुनाव के चलते कार्यवाही में देरी हो गई। टीम द्वारा सरकारी जमीन को कब्जामुक्त कराया जा रहा है। भूमिहीन लोगों को मकान हेतु प्लाट आवंटित कर दिए गए हैं।
पीढ़ियों से रह रहे हैं
लाेगों का कहना है कि कई पीढ़ी से उनके पूर्वज यहां रहते आ रहे हैं। उन्होंने जिंदगी भर कडी मेहनत करते हुए अपने मकान बनाए हैं। जेसीबी द्वारा पल भर में उनकी जिंदगी भर की कमाई और बच्चों के सिर से छत को ध्वस्त कर दिया। अब उनके पास इतनी व्यवस्था नहीं है कि कहीं दूसरी जगह जमीन को खरीद कर नया मकान बना सकेें। वहीं जेसीबी का पंजा चलते देख कर महिलाएं एक दूसरे के गले लग कर रुदन करने लगी। मशीन द्वारा दानवीर, प्रहलाद, कारे सिंह, छोटे खां, होशियार सिंह, हरीचंद्र, महेंद्र सिंह, चंदन सिंह, मुन्नी सिंह, बनवारी, भूरा सिंह, पप्पू सिंह, श्यामवीर, राजवीर सिंह, रघुराज सिंह, राजू, निहाल सिंह, सूरजमल, निहाधर सिंह, होरन सिंह के मकान पर तोडफोड़ की।
इन्हें मिला प्लाट
तहसील प्रशासन द्वारा भूमिहीन बेघर हुए गांव निवासी छोटे खां, राजवीर सिंह, श्यामवीर सिंह, चौ.अडी चंद्र को गांव की आवादी क्षेत्र की जमीन पर 100-100वर्गगज के प्लॉट आंवटित किए गए। राजस्व विभाग की टीम ने कार्यवाही करते हुए मौके पर ही लोगों को आवंटन किया गया और उन्हैं उक्त जमीन पर अपने मकान बनाने को कह दिया गया।