स्वाभिमान से बढ़कर नहीं है खिलौना कारोबार, करेंगे चीन का बहिष्कार Aligarh news
अलीगढ़ में 100 खिलौना कारोबारी हैं जिनमें छह बड़े शोरूम हैं। तीन बड़े ब्रांडेड शोरूम पर चीन के उत्पाद नहीं बिकते।
अलीगढ़, [जेएनएन]। दुश्मन देश चीन की हम लाख कमियां खोजें, मगर सच्चाई ये है कि चीन का खिलौना बाजार पर 70 फीसद आज भी कब्जा है। अलीगढ़ में 100 खिलौना कारोबारी हैं, जिनमें छह बड़े शोरूम हैं। तीन बड़े ब्रांडेड शोरूम पर चीन के उत्पाद नहीं बिकते। एक गिफ्ट गैलरी ने चीन के उत्पाद बेचने से तौबा करने की घोषणा की है। इस गैलरी पर 30 फीसद चीन के खिलौने मिलते हैं। कारोबारियों ने एलान किया है कि स्वाभिमान से बढ़कर खिलौना कारोबार नहीं हैं। देश की सरहद पर तनाव है। हम सीमा पर लड़ नहीं सकते तो दुश्मन देश को आर्थिक चोट तो पहुंचा सकते हैं। यह जज्बा हर नागरिक को पैदा करना होगा।
चीन की 70 फीसद हिस्सेदारी
बच्चों के जन्मदिन पर उपहार स्वरूप दिए जाने वाले खिलौना का प्रचलन हो, या अलीगढ़ नुमाइश के साथ अन्य तहसील व कस्बों में प्रदर्शनी। सेंटर प्वाइंट, मैरिस रोड, रेलवे रोड सहित अन्य बाजारों में खिलौनों की अधिकांश दुकान हैं। शहर में 50 लाख रुपये माह का कारोबार है। इसमें चीन की 70 फीसद हिस्सेदारी है। चीन को मात देने लिए मुंबई की पीकॉक व दिल्ली की जैना कंपनी ने अच्छे व सस्ते खिलौने बाजार में उतारे हैं। इसके अलावा जापान, ताइवान व फ्रांस जैसे अन्य देश से भी खिलौना आयात कर सकते हैं।
राकेश मिश्रा का कहना है कि हम देशी उत्पादन खरीदने का भरसक प्रयास करते हैं, पर एक मुश्किल यह है कि कंपनियां चीन में ही अपना माल तैयार कराती हैं। सरकार इन पर रोक लगाए।
नहीं करेंगे चीन उत्पादन की बिक्री
कारोबारी संजय मिश्रा का कहना है कि हम अपने शोरूम पर चीन का उत्पादन नहीं बेचते हैं। मुनाफा कम ले लेंगे, मगर दुश्मन देश को बढ़ावा नहीं देंगे। कारोबारी चीन के उत्पादन की बिक्री के बहिष्कार की इच्छाशक्ति पैदा करें। देश में ही विकल्प है। हॉलमार्क गिफ्ट गैलरी के विवेक सिंघल ने बताया कि गिफ्ट गैलरी पर 30 फीसद चीन के उत्पादन हैं। चीन की सीमा पर दुश्मन से लोहा लेते हुए 20 सैनिक शहीद होने की जानकारी मिली है, तब से दिल में गुबार है। मैं अब चीन उत्पादन की बिक्री नहीं करूंगा।