विश्वासघात : बीमा पॉलिसी भी फर्जी, तीन गिरफ्तार
आरटीओ दफ्तार के पास बना रखा था फर्जी कार्यालय।
अलीगढ़ : कौन सी चीज असली है और कौन नकली। इस बात पर यकीन करना बेहद मुश्किल होता जा रहा है। मौजूदा हालात में यह हैं कि बीमा पॉलिसी भी फर्जी हो रही हैं। बन्नादेवी पुलिस ने सर्विलांस टीम की मदद से तीन लोगों को गिरफ्तार कर बीमा पॉलिसी के फर्जीवाड़े से पर्दा उठाया है। इन लोगों ने आरटीओ दफ्तर के पास ही ठिकाना बना रखा था। यहां से विभिन्न बीमा कंपनियों के फर्जी दस्तावेज, स्टांप, उपकरण भी बरामद हुए हैं।
फर्जी दस्तावेजों से वाहनों के बीमा कराकर लोगों को लूट रहे रैकेट के शहर में सक्रिय होने की शिकायत पर एसएसपी अजय साहनी ने सीओ द्वितीय पंकज श्रीवास्तव के नेतृत्व में टीम गठित की, जिसमें बन्नादेवी पुलिस के साथ सर्विलांस के तेज-तर्रार पुलिसकर्मियों को रखा गया। एसएसपी ने बताया एचडीएफसी इरगो कंपनी के मैनेजर आशीष गुप्ता व अभितोष तेनगुरिया ने जानकारी दी कि आरटीओ दफ्तर के पास कुछ लोग ऑफिस खोलकर उनकी कंपनी की बीमा पॉलिसी व अन्य फर्जी प्रपत्र तैयार कर रहे हैं। गुरुवार को टीम ने बताए गए ठिकाने पर छापा मारकर अजय सिंह उर्फ भूप्रकाश, सतेंद्र कुमार उर्फ अनिल निवासी खेड़िया हैवत खां गभाना, नंद किशोर निवासी नगला महताब नई आबादी खैर रोड को दबोच लिया। यहां से राज एंबुलेंस सर्विस, प्रधानाचार्य सालिगराम इंटर कॉलेज अनवरपुर, एचटीएफसी इरगो जनरल इंश्योरेंस कंपनी, आइसीआइसीआइ जनरल इंश्योरेंस कंपनी की मुहर मिलीं। ये लोग वाहनों के फर्जी बीमा कराते थे। एक पॉलिसी आइसीआइसीआइ लोंबार्ड, पांच पॉलिसी एचडीएफसी इरगो, दो स्टांप, एक सीपीयू, दो प्रिंटर, एक एलसीडी, 16,600 रुपये, ड्राइविंग लाइसेंस बनाने में प्रयोग होने वाला प्लास्टिक चिप कार्ड भी मिला।