गजब! दूसरे प्रदेश की बस के लिए जारी कर दिया फिटनेस सर्टिफिकेट
विंभागीय परिवहन विभाग में बाबुओं व अफसरों की मिलीभगत से परमिट बिना बसें चल रही हैं।
आकाशदीप भारद्वाज, अलीगढ़ : संभागीय परिवहन विभाग में बाबुओं व अफसरों की मिलीभगत से परमिट नियमों से खिलवाड़ कर मनमाने रूप से अस्थायी परमिट जारी किए जा रहे हैं। इससे सरकार को लाखों रुपये के राजस्व के नुकसान के साथ विभाग की छवि भी धूमिल हो रही है। विभाग में कुछ अफसरों की मिलीभगत से जारी हुए परमिटों का खेल गुरुवार को आरटीओ की कार्रवाई में उजागर हुआ। आरटीओ ने संबंधित बाबू को तलब कर लिखित जवाब मांगा है। साथ ही जिम्मेदार अफसरों को भी हिदायद दी है।
बस संख्या पीबी-11 केआर 9442 पंजाब में रजिस्टर्ड है। लेकिन अफसरों की मिलीभगत से यह यूपी में अवैध रूप से संचालित हो रही थी। अलीगढ़ में बस की न तो एनओसी है और न अन्य जरूरी कागज फिर भी आरआई वीके चौधरी ने 15 मार्च को बस के लिए फिटनेस सर्टिफिकेट जारी कर दिया। दूसरे प्रदेश की बस को बिना रजिस्ट्रेशन के फिटनेस सर्टिफिकेट देकर आरआई की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं। ऐसी ही दो अन्य बसें यूपी 85 एडी, 9516 व यूपी 81 एएफ 7017 का मई व जून में दो-दो बार चालान कट चुका है। इसके बावजूद दोनों बस के लिए एआरटीओ प्रशासन व बाबु की मिलीभगत से परमिट जारी हो गया। जबकि नियम है कि चालान हुई बस के निस्तारण के बिना विभाग से उसका कोई कार्य नहीं हो सकता। अलवरकात स्कूल के स्कूली वाहनों के अनफिट होने की शिकायत पर आरटीओ प्रवर्तन निर्मल प्रसाद व एआरटीओ अमिताभ ने देर शाम स्कूल पहुंचकर वाहनों की फिटनेस जांची। स्कूल के नाम पर संचालित बसें तो फिट मिली लेकिन तीन ओमनी बसें अनफिट मिली। इनका चालान कर अफसरों ने वाहनों की कमियों को दुरूस्त कराने के निर्देश दिए। इसके आलावा इसी रोड पर आगरा रूट की एक बस पर परमिट नहीं मिला। जबकि दूसरा बस चालक कागज छोड़कर बस लेकर फरार हो गया। इन दोनों बसों के चालान काटे। वर्जन
विभागीय लापरवाही की रिपोर्ट शासन को अवगत कराई जाएगी। अनफिट वाहनों के खिलाफ उनका यह अभियान जारी रहेगा ।
निर्मल प्रसाद, आरटीओ, प्रवर्तन