मथुरा में पकड़े गए संदिग्धों की रिहाई के लिए AMU में मार्च, सरकार विरोधी नारे लगाए
मथुरा पुलिस की पकड़ में आए चार संदिग्ध युवकों की रिहाई के लिए एएमयू में छात्रों ने मार्च निकाला। अनलॉफुल एक्टिविटीज प्रिवेंशन एक्ट (यूएपीए)का विरोध करते हुए मोदी व योगी के खिलाफ नारेबाजी की।डक प्वॉइंट से बाबे सैयद तक प्रोटेस्ट मार्च निकाला।
अलीगढ़, जेएनएन। मथुरा पुलिस की पकड़ में आए चार संदिग्ध युवकों की रिहाई के लिए एएमयू में छात्रों ने मार्च निकाला। अनलॉफुल एक्टिविटीज प्रिवेंशन एक्ट (यूएपीए)का विरोध करते हुए मोदी व योगी के खिलाफ नारेबाजी की। छात्रों ने हाथरस कांड में पत्रकार समेत पकड़े गए चारों युवकों को छोडऩे के लिए भी राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एसीएम द्वितीय को सौंपा। इस दौरान पुलिस व प्रॉक्टोरियल टीम मौजूद रही।
सरकार के खिलाफ नारेबाजी की
एएमयू छात्रों व कोऑर्डिनेशन कमेटी ने मिलकर डक प्वॉइंट से बाबे सैयद तक प्रोटेस्ट मार्च निकाला। एएमयू बवाल में पिछले दिनों रिहा हुए छात्र नेता शरजील उस्मानी व अन्य नेताओं ने मार्च की अगुवाई की। हाथों में चारों युवकों के पोस्टर लेकर छात्र सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए डक प्वॉइंट से बाबे सैयद तक आए। छात्रों ने ज्ञापन के जरिये मांग उठाई कि केरल के सिद्दीकी कप्पन व उनके साथ तीन अन्य अतीक उर रहमान, मसूद, आलम को तत्काल रिहा किया जाए। सभी निर्दोष हैं व अपने काम से हाथरस जा रहे थे।
मुस्लिमों को झूठा फंसाया
फरहान जुबेरी ने कहा कि यूपी में सरकार की तानाशाही मुस्लिमों पर बढ़ती जा रही है। मुस्लिमों को झूठा फंसाया जा रहा है। उन्होंने डॉ. कफील का उदाहरण भी दिया। कहा, आठ महीने बाद उ'च न्यायालय से उनको इज्जत के साथ बरी किया गया। ऐसे ही वे भी चारों निर्दोष हैं, जिनको गलत तरीके से गिरफ्तार कर मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस की मनमानी बढ़ती जा रही है। राष्ट्रपति से मांग की कि जल्द चारों की रिहाई की जाए। एसीएम द्वितीय रंजीत ङ्क्षसह ने बताया कि एएमयू छात्रों ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपा है। मथुरा में जिन चार लोगों को जेल भेजा गया है, उन्हें रिहा करने की मांग की गई है। मार्च का वीडियो भी बनाया गया है। आपत्तिजनक नारे लगाए गए होंगे तो कार्रवाई की जाएगी।