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Fight for DAP in Hathras : कतार में घंटों खड़ा अन्‍नदाता फिर भी जरूरत के हिसाब से नहीं मिल रहा खाद

Fight for DAP in Hathras किसानों ने खरीफ की फसल के साथ ही अब आलू व गेहूं की फसल की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए किसानों को खाद की आवश्‍यकता पड़ेगी लेकिन मंडी समिति में डीएपी के लिए किसानों को कतार में खड़े होना पड़ रहा है।

By JagranEdited By: Anil KushwahaPublished: Mon, 26 Sep 2022 09:02 AM (IST)Updated: Mon, 26 Sep 2022 09:30 AM (IST)
हाथरस मंडी समिति में खाद के लिए लाइन में खड़े किसान।

हाथरस, जागरण संवाददाता। Fight for DAP in Hathras : डीएपी खाद को लेकर सहकारी समितियों पर मारामारी है। अन्नदाताओं को कतारों में खड़े होना पड़ रहा है। उसके बाद भी जरूरत के हिसाब से खाद नहीं मिल पा रहा है। आरोप है कि कालाबाजारी के चलते ही जिले में खाद को लेकर संकट बना हुआ है। तहसील क्षेत्रों के किसानों को खाद के लिए शहर आना पड़ रहा है।  

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आलू व गेहूं की फसल की तैयारी शुरू

खरीफ की फसल के साथ किसानों ने आलू व गेहूं की फसल की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए खाद की खरीदारी की जा रही है। जिले में fight for fertilizer मची है। शनिवार को मंडी समिति में बने pcf के खाद वितरण केंद्र पर सुबह से ही किसानों की भीड़ लग गई थी। करीब दस बजे से मंडी में खाद का वितरण शुरू हुआ तो किसानों की लंबी कतार लग गई। कई बार अपनी बारी के चक्कर में कई किसान आपस में ही उलझे। शाम तक यहां खाद वितरण के दौरान यही हाल रहा। किसान बताते हैं कि 25 बीघा के काश्तकार को मात्र पांच बोरी ही खाद दे रहे हैं। कालाबाजारी के चलते बाजार में यही खाद 100 से 200 रुपये अतिरिक्त देने पर मिल रहा है।

कीमत से अधिक लिए जा रहे पांच रुपये

market committee स्थित वितरण केंद्र पर खाद लेने आए किसान बताते हैं कि खाद के लिए सुबह सात बजे से ही यहां आकर बैठे हैं। इनमें सासनी, सिकंदराराऊ व सादाबाद के किसान शामिल थे। किसानों ने बताया कि डीएपी का एक बोरी की निर्धारित कीमत 1350 रुपये की जगह 1355 रुपये लिया जा रहा है। पांच रुपये लदाई के वसूले जा रहे हैं। नहीं चाहने पर भी nano urea की बोतल 240 रुपये में दी जा रही है।

किसानों के बोल

सुबह सात बजे से खाद लेने के लिए आए हैं। गांव के आसपास किसी भी समिति पर खाद नहीं है। यहां भी लंबी कतार में लगना पड़ रहा है।

- खचेर सिंह, टुकसान

पहले खाद गांव या उसके पास बनी समितियों पर मिल जाता था। अब तो खाद लेने के लिए 20 से 25 किलोमीटर दूर दौड़ना पड़ रहा है।

- हरेंद्र सिंह, विसरात

बड़ी मुश्किल से फसलें तैयार होती हैं। खाद व बीज की दिक्कतें हमेशा बनी रहती है। खाद के लिए किसानों को लंबी कतारों में लगना पड़ रहा है।

- रनवीर सिंह, टुकसान

इनका कहना है

जिले में डीएपी, एनपीके, यूरिया व पोटाश पर्याप्त मात्रा में है। उसे खरीद केंद्रों से आधार कार्ड व खतौनी साथ लाकर प्राप्त किया जा सकता है। निर्धारित लक्ष्य 5062 मीट्रिक टन के सापेक्ष 4300 एमटी यूरिया का वितरण हो चुका है। 1700 एमटी पोटाश उपलब्ध है। 800 एमटी पोटाश इस माह में जिले को और मिल जाएगा। असुविधा होने पर किसान 9759046573 व 9410290381 मोबाइल नंबर पर संपर्क कर सकते हैं।

-आरके सिंह, जिला कृषि अधिकारी


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