अलीगढ़ में एक ऐसा आदर्श गांव,जो लुभा रहा सभी
यह एक ऐसा गांव है, जो प्रशासन के किसी रिकॉर्ड में नहीं है, लेकिन यहां सुख-सुविधाएं भरपूर हैं। स्वच्छता की बात हो या हाईटेक सुविधाओं की। सभी में यह अन्य गांव के मुकाबले काफी आगे है।
अलीगढ़ (जेएनएन)। यह एक ऐसा गांव है, जो प्रशासन के किसी रिकॉर्ड में नहीं है, लेकिन यहां सुख-सुविधाएं भरपूर हैं। स्वच्छता की बात हो या हाईटेक सुविधाओं की। सभी में यह अन्य गांव के मुकाबले काफी आगे है। यह आदर्श गांव की तरह है। इस गांव में बच्चों को पढऩे के लिए स्कूल तो ही है, पार्क भी है। मंदिर, पंचायत घर व हैंडपंप भी लगा हुआ है। हर घर में शौचालय है। नुमाइश के कृषि कक्ष में सजे इसी स्मार्ट गांव की हर कोई तारीफ कर रहा है। अगर हकीकत में कोई ऐसा गांव हो तो फिर कोई समस्या ही नहीं हो।
सभी विभाग लगाते हैं स्टॉल
नुमाइश में औद्योगिक एवं कृषि दो अलग-अलग कक्ष सजते हैं। इसमें उद्योग कक्ष में उद्योगों को बढ़ाने के लिए आधुनिक तकनीकी की स्टॉल लगाई जाती हैं। वहीं, कृषि कक्ष में गांव देहात की जिंदगी व समस्याओं को दिखाया जाता है। पंचायत राज विभाग भी इसमें हर साल एक आदर्श गांव तैयार करता है। इस बार भी यह आदर्श गांव बनाया गया है। इसमें यह संदेश दिया गया कि अगर लोग चाहें तो कम धनराशि में ही सुनियोजित विकास हो सकता है।
योजनाओं का प्रचार-प्रसार
नुमाइश के इस गांव में केंद्र व राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का भी खूब-प्रचार किया गया है। पीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल शौचालय बना हुआ है। पीएम आवास है। पार्क, सोलर लाइट व हैंडपंप भी बना हुआ है। बायोगैस व हरियाली के लिए पेड़-पौधे भी लगे हैं।
पिरामिड की भी तारीफ
प्रशासन ने इस बार कुछ अलग करने की कोशिश की है। कृषि कक्ष में स्वच्छता का संदेश देने के लिए एक स्वच्छता पिरामिड बनाया गया है। 12 फुट ऊंचे इस पिरामिड में करीब 75 हजार कप लगे हैं। एक-एक कप पर स्वच्छ भारत मिशन का स्लोगन लगा हुआ है।
दर्शक जरूर देखें इसे
सीडीओ दिनेश चंद्र का कहना है कि इसका मकसद यह दिखाना है कि कम सुविधाओं में भी आदर्श गांव बन सकता है। पंचायत राज विभाग समेत विकास भवन से जुड़े सभी विभागों ने इसे तैयार किया है। कृषि कक्ष में आकर दर्शक इसे जरूर देखें।