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देशद्रोह के आरोपित शरजील पर उमड़ा एएमयू छात्रों का प्यार Aligarh news

गिरफ्तारी के विरोध में कैंपस में निकाला मार्च बोले- रिहा करो। मौलाना आजाद लाइब्रेरी कैंटीन में सभा शरजील को बताया निर्दोष।

By Sandeep SaxenaEdited By: Published: Wed, 29 Jan 2020 12:30 PM (IST)Updated: Wed, 29 Jan 2020 04:30 PM (IST)
देशद्रोह के आरोपित शरजील पर उमड़ा एएमयू छात्रों का प्यार Aligarh news
देशद्रोह के आरोपित शरजील पर उमड़ा एएमयू छात्रों का प्यार Aligarh news

अलीगढ़ [जेएनएन] अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) में देश के प्रति जहर उगलने वाले जेएनयू के छात्र शरजील इमाम के गिरफ्तार होने पर एएमयू के कुछ छात्रों की आंखें 'छलकÓ आईं हैं। दुख में डूबे छात्रों ने शरजील के पक्ष में कैंपस में मार्च निकाला। सभा कर अपनी भड़ास निकाली और शरजील को निर्दोष बताया। देशद्रोह के आरोप में खड़े हुए इन छात्रों की वजह से एएमयू एक बार फिर शर्मसार हुआ है। एएमयू इंतजामिया ने इन छात्रों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है। 

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मच गई है खलबली

बिहार में शरजील इमाम की हुई गिरफ्तारी की खबर जैसे ही एएमयू में पहुंची, छात्रों के एक गुट ने सोशल मीडिया पर संदेश प्रसारित किया कि शरजील ने दिल्ली पुलिस के सामने समर्पण कर दिया है। जिस पर फासीवादी सरकार के खिलाफ बोलने पर राष्ट्रद्रोह का केस दर्ज किया गया है। अपील की गई कि शाम 6 बजे लाइब्रेरी कैंटीन से बाबे सैयद तक मार्च निकाला जाएगा। ये अपील फातिमा शेख स्टडी सर्किल ग्रुप की ओर से की गई थी। इस अपील ने इंतजामिया व पुलिस अधिकारियों में खलबली मचा दी। प्रॉक्टोरियल टीम ने लाइब्रेरी कैंटीन के आसपास सतर्कता बढ़ा दी। तय समय के अनुसार मार्च निकालते हुए 50 से 60 छात्र लाइब्रेरी कैंटीन पर जमा हुए। उनकी गतिविधि को कोई कैमरे में कैद न करे इसके लिए कुछ छात्रों को इसकी जिम्मेदारी दी गई। जो भी मीडिया कर्मी उन्हें दिखाई दिए सभी को वहां से हटा दिया। यही नहीं किसी का मोबाइल भी नहीं चलने दिया। सूत्रों के अनुसार कई छात्रों ने यहां तकरीर की, जिसमें सीएए को असंवैधानिक बताया। मोदी सरकार पर सबसे अधिक भड़ास निकाली। शरजील पर हुए मुकदमे व गिरफ्तारी को गलत ठहराते हुए उसकी रिहाई को लेकर नारे भी लगाए। आधे घंटे से अधिक समय तक चली बैठक ने कैंपस में खलबली मचा दी। धरने में शामिल छात्रों का ताल्लुक लेफ्ट गुट से बताया जा रहा है। 

 एएमयू में उगला था जहर 

एएमयू के बाबे सैयद पर चल रहे धरने पर शरजील उस्मानी ने 16 जनवरी को देश विरोधी बयान दिए थे। उसका वीडियो वायरल होने पर अलीगढ़ पुलिस ने सिविल लाइंस थाने में देश द्रोह का मुकदमा दर्ज किया था। इसके बाद दिल्ली, असम में भी मुकदमे दर्ज किए गए। शरजील के बयान पर राजनीति भी खूब हुई।  शरजील ने देश को तोडऩे की धमकी देते हुए कहा कि हमारे पास संगठित लोग हों तो हम हिंदुस्तान को हमेशा के लिए असम से अलग कर सकते हैं। असम को काटना हमारी जिम्मेदारी है। असम और हिंदुस्तान कट के अलग हो जाएं, तभी ये हमारी बात सुनेंगे। 

पांच छात्र चिह्नित : प्रॉक्टर 

एएमयू प्रॉक्टर प्रो. अफीफुल्लाह खान ने बताया कि सभा को जिन छात्रों ने संबोधित किया था उनकी पहचान कर ली गई है। इनमें मो. जीशान अहमद, मो. निहाद, बिलाल अहमद, अम्मार अहमद, नफीस हैदर आदि शामिल हैं। अन्य की पहचान की कोशिश की जा रही है। 

धरने से कोई ताल्लुक नहीं : फैजुल

छात्र नेता फैजुल हसन ने कहा है कि शरजील के पक्ष में बैठक करने वाले छात्रों से धरने पर बैठे छात्रों से कोई ताल्लुक नहीं हैं। मैं भी अगर देश विरोधी बात करता हूं तो धरने की ओर से निंदा होनी चाहिए। मैं देश से बहुत प्यार करता हूं। 

इनका कहना है 

प्रवक्ता एएमयू प्रो. शाफे किदवई का कहना है कि शरजील के पक्ष में कुछ छात्रों ने मार्च निकाला और सभा की। इंतजामिया ने इसे गंभीरता से लिया है। छात्रों की पहचान कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।साथ ही एसएसपी आकाश कुलहरि ने बताया कि छात्रों के एक गुट ने शरजील इमाम के पक्ष में सभा की है। ऐसे छात्रों की इंतजामिया से रिपोर्ट मांगी है। इसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। 

सीएम योगी बोल गए फैजुल को किया गिरफ्तार

एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बोल गए कि एएमयू के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष फैजुल हसन को गिरफ्तार कर लिया गया है। जैसे ही यह खबर एएमयू में पहुंची छात्रों में खलबली मच गई। फैजुल हसन को फोन कर छात्र जानकारी जुटाने लग गए। इस पर फैजुल ने कहा कि मुख्यमंत्री को मेरा साफ किया कि उनकी कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है और एएमयू कैंपस में मौजूद हैं। 

 एएमयू बवाल के आरोपित  वकार को वारंट तामील

एएमयू में 15 दिसंबर की रात हुए बवाल को लेकर सिविल लाइन थाने में दर्ज हुए मुकदमों में आरोपित व शांति भंग में बंदी बनाए गए वकार नागा को पुलिस ने मंगलवार को कोर्ट में पेश किया। यहां उसे वारंट तामील कराए गए। एसआइटी (स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम) ने भी उससे कड़ी पूछताछ की। मूल रूप से आजमगढ़ निवासी व एएमयू के पूर्व छात्र वकार नागा को पुलिस ने रविवार को अमीर निशा में एक नाई की दुकान से शांतिभंग में बंदी बनाया था। वकार के एएमयू बवाल के दो व पुराने एक मामले में आरोपित होने पर पुलिस ने उसे सीजेएम कोर्ट में तलब कराया था। कोर्ट में मंगलवार को इसकी तारीख नियत थी। नागरिकता संशोधन कानून को लेकर एएमयू में हुए बवाल की जांच आगरा एसआइटी कर रही है। एसएसपी आकाश कुलहरि के अनुसार एसआइटी टीम ने आरोपित वकार नागा से कई दौर में पूछताछ की है। 


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