एएमयू के जेएन मेडिकल कालेज के जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर, परेशान हो रहे मरीज
मरीजों की परेशानियों को दरकिनार करते हुए अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जेएन मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर चले गए हैं। दीपावली पर इमरजेंसी सेवाएं ठप होने से मरीजों की मुसीबत बढ़ गई है।
अलीगढ़ (जेएनएन)। मरीजों की परेशानियों को दरकिनार करते हुए अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जेएन मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर चले गए हैं। दीपावली पर इमरजेंसी सेवाएं ठप होने से मरीजों की मुसीबत बढ़ गई है। पहले दिन ही मरीज भटकते नजर आए। इमर्जेंसी में नए मरीजों को भर्ती नहीं किया गया।
इमरजेंसी से लौटाए मरीज
रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) के पदाधिकारी सातवें वेतनमान की मांग को लेकर 106 दिन से धरने पर हैं। इंतजामिया से कई चरणों की वार्ता भी हुई, लेकिन पदाधिकारी नहीं माने। धरना निरंतर जारी रहा। ये बात अलग है कि धरने पर डॉक्टर कम ही नजर आते थे। धरने के दौरान ही इंतजामिया ने आरडीए का चुनाव कराया, जिसमें धरने की अगुवाई कर रहे डॉ. अब्दुल्ला आजमी फिर अध्यक्ष चुने गए। डॉ. अब्दुल्ला के अध्यक्ष बनने से इंतजामिया की मुसीबत बढ़ गई। डॉ. अब्दुल्ला ने इंतजामिया को चेतावनी भरे कई पत्र भेजे। मांग पूरी न होने पर जूनियर डॉक्टर सोमवार से हड़ताल पर चले गए। इससे ट्रॉमा सेंटर की सेवाएं ठप हो गईं। इमर्जेंसी तक से मरीजों लौटाया गया।
वैकल्पिक की गई है व्यवस्था
जेएन मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल एससी शर्मा ने बताया कि जूनियर डॉक्टर सातवें वेतनमान की मांग को लेकर हड़ताल पर गए हैं, जिसे एएमयू की ओर से पूरा नहीं किया जा सकता। डॉक्टरों को समझाया भी गया, लेकिन नहीं माने। मरीजों के लिए वैकल्पिक व्यवस्थाएं की गई हैं।