देश को बर्बाद कर देने की धमकी देने वाले AMU के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष पर अधिकारी मेहरबान, CM Yogi को ट्वीट Aligarh News
पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष फैजुल हसन काे नुमाइश में फूड कोर्ट की जगह देने पर इंटरनेट मीडिया पर विरोध शुरू हो गया है। सीएए के विरोध के दौरान फैजुल हसन के विवादित बयान को इंटरनेट मीडिया पर वायरल किया जा रहा है।
अलीगढ़, जेएनएन। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष फैजुल हसन काे नुमाइश में फूड कोर्ट की जगह देने पर इंटरनेट मीडिया पर विरोध शुरू हो गया है। सीएए के विरोध के दौरान फैजुल हसन के विवादित बयान को इंटरनेट मीडिया पर वायरल किया जा रहा है, जिसमें फैजुल ने कहा था कि हम उस कौम से हैं जो किसी भी देश को बर्बाद कर सकते हैं। इसके बाद फैजुल के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई थी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ट्वीट
भाजपा के पूर्व प्रवक्ता डा. निशित शर्मा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ट्वीट किया है। उन्होंने कहा कि अब पराकाष्ठा पार हो गई है। नुमाइश में जिस प्रकार से फूड कोर्ट का डीएम ने उद्घाटन किया है, वो परिवर्तन की आवश्यकता को दर्शाता है। अलीगढ़ जनप्रतिनिधियों का मूकदर्शक बना रहना भविष्य के लिए हानिकारक साबित होगा। डा. निशित के इस ट्वीट के बाद से इंटरनेट मीडिया पर बहस छिड़ गई है। लोग कह रहे हैं कि कोई जनप्रतिनिधि नहीं बोल रहा है।
डीएम दें सफाई
अलीगढ़ के इतिहास में यह सबसे खराब समय है। फैजुल हसन के साथ डीएम की फोटो को भी खूब शेयर किया जा रहा है। जिसमें लोग लिख रहे हैं कि जो देश को बर्बाद करने की धमकी देता है, उसके साथ डीएम साहब फोटो में दिखाई दे रहे हैं, उन्हें सफाई देनी चाहिए कि आखिर ऐसे छात्र के साथ क्यों हैं वो? डीएम चंद्रभूषण सिंह ने नुमाइश में फूड कोर्ट का शुभारंभ कराया है। इसमें एएमयू के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष फैजुल हसन समेत एएमयू के कई छात्र हैं। यहां पर आने वाले मेहमानों को लजीज व्यंजन मिल सकेगा। एएमयू छात्र इसका संचालन करेंगे। यह पूरी तरह से कैशलेस होगा। इसमें वीवीआईपी के लिए 300 रुपये और सामान्य के लिए 100 रुपये के कूपन की व्यवस्था की गई है। उद्घाटन में डीएम चंद्रभूषण सिंह के साथ, सीडीओ अनुनय झा समेत तमाम प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद थे।
फैजुल ने दिया था गलत बयान
चर्चा है कि नुमाइश से एएमयू छात्रों का भी जुड़ाव हो इसलिए प्रशासन की तरफ से यह कदम उठाया गया है। मगर, सीएए के विरोध के समय फैजुल हसन के देश के खिलाफ दिए गए बयान ने मामले को तूल पकड़ लिया है। इंटरनेट मीडिया पर इसका लगातार विरोध चल रहा है। भाजपा के पूर्व प्रवक्ता डा. निशित शर्मा ने कहा कि ऐसी कौन सी मजबूरी थी कि प्रशासन ने देश के खिलाफ बोलने वाले व्यक्ति को फूड कोर्ट में शामिल कर दिया। इसे कतई स्वीकार नहीं करेंगे।