अलीगढ़ में अब आएंगे अच्छे दिन, रोशन होंगे घर
गरीब महिलाओं के अच्छे दिन आने वाले हैं। सरकार ने इन्हें रोजगार देकर सशक्त बनाने के लिए विशेष पहल की है।
अलीगढ़ (सुरजीत पुंढीर)। गरीब महिलाओं के अच्छे दिन आने वाले हैं। सरकार ने इन्हें रोजगार देकर सशक्त बनाने के लिए विशेष पहल की है। अब एनआरएलएम (राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन)की महिलाएं सोलर स्टडी लैंप तैयार कर खुशहाली लाएंगी। केंद्र के नवीन एवं नवीनीकरण ऊर्जा मंत्रालय व मुंबई की आइआइटी के साथ मिलकर यह कार्य संभव होगा। पहले चरण में जिले के तीन ब्लॉक को 1.16 लाख सोलर लैंप बनाने का लक्ष्य मिला है। एक लैंप पर 29 रुपये की बचत होगी। 700 रुपये की इस सोलर लाइट का स्कूल, कॉलेजों में महज 100 रुपये में वितरण होगा।
एक हजार से अधिक हैं समूह
केंद्र सरकार ने महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए एनआरएलएम योजना संचालित की है। इसके माध्यम से महिलाओं के समूह बनाकर सरकार उन्हें लोन उपलब्ध कराती है। महिलाएं इससे रोजगार खोलती हैं। जिले में इस समय एक हजार से अधिक महिला समूह संचालित हैं।
अब मिला है नया काम
सरकार ने सोलर स्टडी लैंप योजना की शुरुआत की है। इसका मुख्य उद्देश्य समूह की महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराकर आत्म निर्भर बनाना है। यह महिलाएं सोलर स्टडी लैंप की असेंबङ्क्षलग करेंगी और बेचेंगी। मुंबई की आइआइटी की टीम इन महिलाओं को कच्चा माल उपलब्ध कराएगी। सोलर लैंप बनाने का प्रशिक्षण भी देगी।
29 रुपये का होगा फायदा
योजना के तहत प्राथमिक से माध्यमिक स्तर तक के विद्यालयों में पढ़ रहे कक्षा एक से 12 तक छात्र-छात्राओं को पढ़ाई करने के लिए स्कूल में लैंप का वितरण 100 रुपये में किया जाएगा। बाकी की सरकार इस पर सब्सिडी देगी। इस लैंप की असेंबङ्क्षलग करने में 12 रुपये प्रति लैंप एवं वितरण करने वाली महिलाओं को 17 रुपये प्रति लैंप दिया जाएगा। एक लैंप पर 29 रुपये बचेंगे। एक महिला दिन में 400 से 500 रुपये कमा सकेगी।
ब्लॉक वार इस तरह तैयार करनी हैं लैंप
लोधा, 33 हजार
टप्पल, 41 हजार
धनीपुर, 42 हजार
तीन ब्लॉक में होगा काम
एनआरएलएम के उपायुक्त जर्नादन प्रसाद यादव का कहना है कि महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए योजना शुरू की है। यहां महिलाओं के समूह का चयन चल रहा है। मार्च तक कुल 1.16 लाख लैंप बनानी हैं। तीन ब्लॉक में यह काम दिया गया है।