अलीगढ़ की पब्लिक नियमों से रही अनजान, 22 दिन में नौ हजार चालान
कोरोना काल ने काफी हद तक लोगों को नियमों का पालन करना सिखा दिया है। लेकिन अभी भी लापरवाही कम नहीं हुई है। इस बात का अंदाजा चालान के आंकड़ों से लगाया जा सकता है। नए साल में पुलिस ने 22 दिनों के अंदर ताबड़तोड़ नौ हजार ई-चालान काटे हैं।
अलीगढ़, जेएनएन। कोरोना काल ने काफी हद तक लोगों को नियमों का पालन करना सिखा दिया है। लेकिन, अभी भी लापरवाही कम नहीं हुई है। इस बात का अंदाजा चालान के आंकड़ों से लगाया जा सकता है। नए साल में पुलिस ने 22 दिनों के अंदर ताबड़तोड़ नौ हजार ई-चालान काटे हैं। इनसे लाखों का जुर्माना भी वसूला गया है। हालांकि राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह के तहत पुलिस लोगों को जागरूक करने में भी जुटी है।
लॉकडाउन व अनलॉक में ताबड़तोड़ चालान काटे
कोरोना काल में लोगों ने काफी संकट का सामना किया। नियमों के लिहाज से बात करें तो हर गली मोहल्ले व प्रमुख चौराहों पर लोग नियमों का उल्लंघन करते दिखे। ऐसे में पुलिस ने लॉकडाउन व अनलॉक में ताबड़तोड़ चालान काटे थे। इसके अलावा अभियान चलाकर लोगों को जागरूक भी किया। दूसरी तरफ वाहनों के दबाव बढ़ने से शहर की यातायात व्यवस्था भी चरमरा गई। ऐसे में नए साल में पुलिस ने तीन माह का प्लान तैयार करके इसे सुधारने का दावा किया है। इसी के तहत ताबड़तोड़ चालान किए जा रहे हैं। आंकड़ों के मुताबिक, रोजाना चार से ज्यादा चालान काटे जा रहे हैं। जनवरी के 22 दिनों में नौ हजार 61 वाहनों के ई-चालान काटे हैं। इनसे लाखों का जुर्माना भी वसूला है। इसी क्रम में पुलिस व परिवहन विभाग की ओर से 18 जनवरी से राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह की शुरुआत की है। इसके तहत कार्रवाई तो की ही जा रही हैं, लोगों को जागरूक करने पर भी जोर दिया जा रहा है।
क्या है ई-चालान
ई-चालान का मतलब है इलेक्ट्रॉनिक चालान। इस व्यवस्था के तहत पुलिसकर्मियों के मोबाइल में सॉफ्टवेयर अपलोड किया गया है। इसमें उन लोगों की तस्वीर खींचकर अपलोड करनी होती है, जो नियमों का उल्लंघन करते हैं। यानी बिना सीट बेल्ट या हेलमेच वाले लोग। हालांकि शुरुआत में तकनीकी खामियों के चलते ई-चालान में गलतियां भी हुई थीं। लेकिन, धीरे-धीरे यह दुरुस्त हो गया।
शहर की यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए पुरजोर प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए परिवहन विभाग और नगर निगम से समन्वय स्थापित करके पूरी योजना बना ली गई है। इसमें ई-चालान के रूट तय होना, अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई आदि शामिल है। दूसरी तरफ नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों के चालान काटने की कार्रवाई लगातार जारी है। ऐसे में लोग यातायात नियमों का पालन करके पुलिस का सहयोग करें।
मुनिराज, एसएसपी