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Aligarh News: कालेज संचालक की हत्या के आरोपी का नहीं मिला सुराग, हवा में हाथ-पैर मार रही पुलिस

गभाना क्षेत्र के हाईवे बीधानगर पर कालेज संचालक की गोली मारकर हत्या के मामले में पुलिस को कोई सुराग नहीं मिल सका है। लूट रंजिश के बिंदुओं पर जांच की मगर कोई राह नहीं मिल सकी। पुलिस रोडरेज के बिंदु पर जांच भी की गई।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Published: Thu, 24 Nov 2022 05:16 PM (IST)Updated: Thu, 24 Nov 2022 05:16 PM (IST)
Aligarh News: कालेज संचालक की हत्या के आरोपी का नहीं मिला सुराग, हवा में हाथ-पैर मार रही पुलिस
कालेज संचालक की गोली मारकर हत्या के मामले में पुलिस को नहीं मिला सुराग।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता। गभाना क्षेत्र के हाईवे बीधानगर पर कालेज संचालक की गोली मारकर हत्या के मामले में पुलिस को कोई सुराग नहीं मिल सका है। लूट, रंजिश के बिंदुओं पर जांच की, मगर कोई राह नहीं मिल सकी। पुलिस रोडरेज के बिंदु पर जांच भी की गई, मगर अभी तक कोई ठोस सुराग नहीं मिल सका है। एसएसपी ने इस घटना के पर्दाफाश के लिए तीन टीमें लगा रखी हैं।

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यह है मामला

गभाना के लालपुर गांव निवासी 40 वर्षीय मनोज प्रताप सिंह लालपुर मोड़ स्थित प्रताप इंटर कालेज के संचालक व प्रधानाचार्य थे। कस्बे में उनकी फर्नीचर की दुकान भी है। फिलहाल क्वार्सी क्षेत्र के पीएसी इलाके में रहते थे। स्वजन के मुताबिक, मनोज तीन नवंबर को बाइक से खैर अनाज मंडी में धान बेचने गए थे। देर शाम पेमेंट लेकर बाइक से अलीगढ़ लौट रहे थे।

करीब साढ़े आठ बजे हाईवे बीधानागर पर भारयीत स्टेट बैंक आफ इंडिया के सामने पीछे से स्प्लेंडर बाइक सवार दो बदमाशों ने उन्हें गोली मारी और अलीगढ़ की तरफ भाग गए। गोली उनके सीने में लगी। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से मनोज को रामघाट रोड स्थित वरुण ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।

मनोज पर था लाखों रुपये का कर्ज

एसएसपी कलानिधि नैथानी, एसपी सिटी कुलदीप सिंह गुनावत ने घटनास्थल का जायजा लिया था। इसके बाद अस्पताल में भी पहुंचे थे। मामले में मनोज के साले विकास ने तहरीर दी है। इसमें भी रंजिशन हत्या की बात बताई गई है। हालांकि स्वजन ने पूछताछ में कोई स्पष्ट रंजिश सामने नहीं आई है। पुलिस रोडरेड, लूट के बिंदु पर भी पड़ताल की, मगर कुछ नहीं मिला। वहीं ये भी पता चला कि मनोज पर लाखों रुपये का कर्ज हो गया।

एसपी ने कहा, नहीं मिला कोई ठोस सुराग

लोग पैसा लेने के लिए उसके घर आते थे। पुलिस उन देनदारों का पता लगाने में जुटी है। साथ ही ये भी पता चला है कि मनोज ने पीएसी स्थित मकान को बेच दिया था। पुलिस इस बात की भी तह तक जाने में जुटी है कि मनोज को ऐसी नौबत क्यों आई कि घर तक बेचना पड़ा। एसपी सिटी कुलदीप सिंह गुनावत ने बताया कि अभी कोई ठोस सुराग नहीं मिली है।


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