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Lumpy Virus का घट रहा ग्राफ, पशुपालन विभाग का दावा अगले कुछ दिनों में खत्म हो जाएगी बीमारी

Lumpy Virus पशुपालकों के लिए अच्छी खबर है। लंपी वायरस अब टूटने लगा है। संक्रमित गोवंश तेजी से स्वस्थ्य हो रहे हैं। वहीं प्रतिदिन संक्रमित गोवंश की संख्या में भी भारी कमी गई है। पशुपालन विभाग के अफसरों को दावा है कि अगले आठ-दस दिनों में बीमारी खत्म हो जाएगी।

By Mohammad Aqib KhanEdited By: Published: Sun, 11 Sep 2022 04:49 PM (IST)Updated: Sun, 11 Sep 2022 04:49 PM (IST)
Lumpy Virus का घट रहा ग्राफ, पशुपालन विभाग का दावा अगले कुछ दिनों में खत्म हो जाएगी बीमारी
Lumpy Virus का घट रहा ग्राफ, पशुपालन विभाग का दावा अगले कुछ दिनों में खत्म हो जाएगी बीमारी : जागरण

अलीगढ़, जागरण संवाददाता: पशुपालकों के लिए अच्छी खबर है। लंपी वायरस अब टूटने लगा है। संक्रमित गोवंश तेजी से स्वस्थ्य हो रहे हैं। वहीं प्रतिदिन संक्रमित गोवंश की संख्या में भी भारी कमी गई है।

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शनिवार को जिले में महज 10 नए गोवंश इस बीमारी से संक्रमित मिले हैं। पशुपालन विभाग के अफसरों को दावा है कि अगले आठ-दस दिनों में यह बीमारी खत्म हो जाएगी।

मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डा. बीपी सिंह ने बताया कि शुक्रवार तक जिले में कुल 5082 गोवंश लंपी वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। अब हर दिन नए संक्रमित गोवंश की संख्या में कमी आ रही है। 1362 गोवंश अब तक स्वस्थ्य हो चुके हैं।

पिछले तीन चार दिन में किसी भी गोवंश की इस बीमारी से मौत नहीं हुई है। जिले में कुल मृतक गोवंश की संख्या 47 ही है। उन्होंने बताया कि गोवंश में तेजी से वैक्सेशन का काम किया जा रहा है।उन्होंने बताया कि लंपी वायरस को लेकर टीकाकरण की कार्रवाई जारी है। हर ब्लाक में तीन-तीन टीमें टीकाकरण कर रहे हैं। वायरस से प्रभावित गांव में टीकाकरण फिलहाल नहीं हो रहा है।

यह करें

  • निकटतम पशु चिकित्सा अधिकारी को तत्काल सूचित करें
  • प्रभावित पशु को स्वस्थ पशुओं से अलग करें
  • प्रभावित पशु को आश्रय स्थल पर ही आहार पानी की व्यवस्था करें
  • पशु को गंदगी, नाली आदि के पास न बांधे
  • पशुओं को सदैव स्वच्छ पानी पिलाएं
  • प्रभावित पशु के दूध को उबालकर पियें
  • पशुओं को मच्छरों, मक्खियों, किलनी से बचाने के लिए कीटनाशक का उपयोग करें
  • पशुबाड़े, गोशाला, पशु-खलिहान में फिनायल,सोडियम हाइपोक्लोराइट का छिड़काव करें

यह न करें

  • पशुओं को सामूहिक रूप से चराई के लिए न भेजें
  • बीमार पशु की देखरेख करने वाले पशुपालक से स्वस्थ पशुओं की देखभाल न कराएं
  • पशु मेला- हाट एवं प्रदर्शनी में पशुओं को न भेजें
  • शव को खुले में न फेकें, वैज्ञानिक विधि से गहरे गड्ढे में दफनाएं
  • बीमार एवं स्वस्थ पशुओं को एक साथ चारा-पानी न कराएं
  • अधिकारी जानकारी के लिए 18001805141, 0522-2741991-92 पर फोन करें

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