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अलीगढ़ की एतिहासिक राजकीय औद्योगिक एवं कृषि प्रदर्शनी में अभी सन्नाटा, 20 से होना है शुभारंभ

एतिहासिक राजकीय औद्योगिक एवं कृषि प्रदर्शनी के शुभारंभ में महज पांच दिन रह गए हैं, लेकिन अब तक तैयारियां आधी-अधूरी ही हैं।

By Mukesh ChaturvediEdited By: Published: Tue, 15 Jan 2019 10:37 AM (IST)Updated: Tue, 15 Jan 2019 10:41 AM (IST)
अलीगढ़ की  एतिहासिक राजकीय औद्योगिक एवं कृषि प्रदर्शनी में अभी सन्नाटा, 20 से होना है शुभारंभ
अलीगढ़ की एतिहासिक राजकीय औद्योगिक एवं कृषि प्रदर्शनी में अभी सन्नाटा, 20 से होना है शुभारंभ

अलीगढ़ (जेएनएन)। एतिहासिक राजकीय औद्योगिक एवं कृषि प्रदर्शनी के शुभारंभ में महज पांच दिन रह गए हैं, लेकिन अब तक तैयारियां आधी-अधूरी ही हैं। पूरे दिन नुमाइश में सन्नाटा-सा पसरा रहता है। पुताई व मरम्मतीकरण का काम भी पूरा नहीं हो पाया है। नवनिर्मित सड़क भी चार दिन में उखडऩे लगी है। तहबाजारी में अधिकांश स्थान खाली पड़ा है। झूले, सर्कस तक नहीं दिख रहे हैं।

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यहां की राजकीय औद्योगिक एवं कृषि प्रदर्शनी पश्चिमी यूपी में काफी प्रसिद्ध है। इस बार 20 जनवरी से लेकर 12 फरवरी तक प्रस्तावित है। डीएम चंद्रभूषण सिंह ने नुमाइश के उद्घाटन के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ को बतौर मुख्य अतिथि बुलाने के लिए निमंत्रण भेजा है। हालांकि अभी वहां से कोई स्वीकृति नहीं मिली है। अगर सीएम नहीं आते हैं, तो फिर प्रभारी मंत्री का आना तय है।

दिख नहीं रही रौनक 

नुमाइश में अब तक रौनक देखने को नहीं मिल रही है। पूरा तहबाजार खाली पड़ा हुआ है। महज एक- दो झूले ही अब तक आए हैं। मंगल बाजार में लगनी वाली दुकानों का सामान भी यहां पड़ा हुआ है। जबकि यहां सर्कस, झूले, मौत का कुआ आदि आने के बाद भी कम से कम आठ से 10 दिन लगाने में लगते हैं।

पुताई छोड़ दी अधूरी 

नुमाइश से हर साल दुकानों की रंगाई-पुताई का ठेका होता है। इस बार करीब छह लाख में यह उठा है, लेकिन इसमें महज खाना पूर्ति हो रही है। आधी दुकानों की ही पुताई की जा रही है। मरम्मतीकरण में लापरवाही बरती जा रही है।

टूट रही हैं सड़क

यहां हर बार सड़कों का भी निर्माण होता है। इस बार काम की जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी के पास है, लेकिन यह काम भी महज खाना पूर्ति से पूरा हो रहा है। सड़क मरम्मतीकरण के बाद ही टूट रही है। कुछ अभी अधूरी पड़ी हैं।

यहां भी अधूरी तैयारी 

सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र औद्योगिक व कृषि कक्ष होते हैं। यहां भी तैयारियां अधूरी पड़ी हैं। कोई भी स्टॉल नहीं लगी है। कृषि कक्ष में भी फसलों की बागवानी नहीं हो पाई है। कृष्णांजलि व कोहिनूर मंचों की सजावट भी आधी अधूरी हुई है। लाइट का काम जरूर तेजी के साथ हो रहा है। एडीएम एसबी सिंह का कहना है कि नुमाइश को लेकर तैयारियां तेज हैं। कुछ चीजें रह गई हैं, अगले दो-तीन दिन में इन्हें पूरा कर लिया जाएगा। हर हाल में 20 जनवरी को ही शुभारंभ होगा।


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