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चिता को अपने ऊपर हावी न होने दें परीक्षार्थी : प्राचार्य

धर्म समाज महाविद्यालय में बुधवार को परीक्षा तनाव और कारण विषय पर विचार गोष्ठी आयोजित की गई।

By JagranEdited By: Published: Wed, 24 Feb 2021 08:57 PM (IST)Updated: Wed, 24 Feb 2021 08:57 PM (IST)
चिता को अपने ऊपर हावी  न होने दें परीक्षार्थी : प्राचार्य
चिता को अपने ऊपर हावी न होने दें परीक्षार्थी : प्राचार्य

जासं, अलीगढ़ : धर्म समाज महाविद्यालय में बुधवार को परीक्षा तनाव और कारण विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। प्राचार्य डा. हेम प्रकाश ने कहा कि हर काम की चिता तो करनी चाहिए पर उसे अपने ऊपर हावी नहीं होने देना चाहिए। अपने को कमजोर तब महसूस करते हैं, जब तैयारी ठीक से नहीं होती। विद्यार्थी को पांच बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए। हर दिन उन्हें लिखना चाहिए। डायरी तैयार करने के साथ रीडिग करना और वार्तालाप करते रहना चाहिए। कार्यक्रम संयोजक डा. प्रदीप कुमार ने कहा कि तैयारी और परिणाम के कारण टेंशन होता है। परीक्षा के समय पर होने वाले तनाव को कम करने पर प्रकाश डाला। डा. वीरेंद्र वाष्र्णेय ने कहा कि तनाव के कारण याद किया हुआ भूल जाते हैं, यदि हम अंत समय में परीक्षा की तैयारी करते हैं तो तनाव का मुख्य कारण बनता है। डा. दिनेश गुप्त ने कहा, आदमी को मशीन नहीं बनना चाहिए, हमारी पहचान मनुष्य के रूप में है जिसमें इमोशन होते हैं। बड़ी असफलता बड़ी मंजिल तक लेकर जाएगी। आरएन चक्रवर्ती ने कहा कि यदि पास होने के बजाय हम ज्ञान बढ़ाने पर जोर दें, तो परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त कर सकते हैं। डॉ.आशुतोष ने बताया कि कर्म कीजिए फल की इच्छा मत कीजिए। अरस्तु के शब्दों को याद दिलाते हुए बताया की स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है। डा. सुरेंद्र ने विचार, भाव और व्यवहार सब एक साथ आ जाते हैं तब तनाव होता हैं। अधिक विचार भी तनाव का कारण है।

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