हमलावरों ने सात किलोमीटर तक पीछा करने के बाद किया था जान लेवा हमला Aligarh News
पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष तेजवीर सिंह गुड्डू के पुत्र दीपक व कार्तिक के बीच शनिवार रात पार्किंग को लेकर विवाद हुआ था। यहां तो पुलिसकर्मियों ने मामला शांत कर दिया। लेकिन हमलावरों ने सात किलोमीटर दूर जाकर मडराक में उद्योगपति पर जानलेवा हमला किया।
अलीगढ़, जेएनएन। शहर के एक प्रमुख उद्योगपति पर हुए जानलेवा हमले में आरोपित जिला पंचायत सदस्य दीपक को जेल भेजने के बाद अब पुलिस को उसके भाई कार्तिक की तलाश है। वहीं पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष तेजवीर सिंह गुड्डू की तहरीर पर पुलिस ने जांच के बाद कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया। पुलिस ने जिपं सदस्य की थार गाड़ी को भी कब्जे में ले लिया था।
यह है मामला
शहर के एक प्रमुख उद्योगपति व पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष तेजवीर सिंह गुड्डू के पुत्र दीपक व कार्तिक के बीच शनिवार रात पार्किंग को लेकर विवाद हुआ था। यहां तो पुलिसकर्मियों ने मामला शांत कर दिया। लेकिन, हमलावरों ने सात किलोमीटर दूर जाकर मडराक में उद्योगपति पर जानलेवा हमला किया। आगरा रोड पर नगला मंदिर के पास हमलावरों ने उद्योगपति की गाड़ी को पीछे से टक्कर मारने की कोशिश की, जिसमें वे बाल-बाल बचे। फिर गाड़ी को घुमाकर कार में सामने से टक्कर मारी। किसी तरह सुरक्षा गार्ड उन्हेंं बचाकर रेत के टीले के पीछे ले गए। हमलावरों ने निजी सुरक्षा गार्डों की कार को भी टक्कर मारी। दोनों कारों को क्षतिग्रस्त किया। इस मामले में मडराक थाने में दीपक, कार्तिक के अलावा शोहराज व एक अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज हुआ।
दोनों पक्षों ने दी तहरीर
सीओ मोहसिन खान ने बताया कि दीपक को जापान हाउस स्थित उसके घर से गिरफ्तार कर लिया था। इसकी कार (यूपी 81 सीपी 1111) भी जब्त कर ली है। सोमवार को जेल भेज दिया है। दीपक पर पिछले साल क्वार्सी थाने में मारपीट व धमकाने का मुकदमा दर्ज हुआ था। वर्ष 2019 में भी सिविल लाइन थाने में फर्जीवाड़े के दो मुकदमे दर्ज हैं। शेष आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की जा रही है। इधर, सिविल लाइन थाने में पूर्व जिपं अध्यक्ष तेजवीर सिंह गुड्डू ने भी तहरीर देकर आरोप लगाया कि सेंटर प्वाइंट पर बेटे के पैर पर गाड़ी चढ़ाई और दोस्त का सिर फोड़ दिया। लेकिन, पुलिस की जांच में ऐसी कोई बात सामने नहीं आई।
ब्रेकर पर हुआ था विवाद, सुरक्षाकर्मियों को कालर खींचा
मामले की रिपोर्ट दर्ज कराने वाले कंपनी के प्रशासनिक प्रमुख राजीव कुमार ने शनिवार रात की पूरी दास्तां बताई है। उन्होंने कहा कि वे स्टेट बैंक चौराहे की तरफ से सेंटर प्वाइंट की तरफ से आ रहे थे। कार उद्योगपति चला रहे थे। क्वालिटी रेस्टोरेंट से पहले ब्रेकर पर विदेशी कार का निचला हिस्सा टच ना हो, इसके लिए उद्योगपित ने कार की गति धीमी कर ली। इसी बीच सामने से थार गाड़ी आकर रुकी। इसमें दीपक, कार्तिक के अलावा अन्य लोग भी थे। उद्योगपति ने सुरक्षाकर्मियों ने उतरकर थार को पीछे करने को कहा, तभी नोकझोंक हो गई। थार सवार लोगों में से एक शख्स उद्योगपित को जानता था तो उसने कार निकलवा दी। लेकिन, अन्य लोग सुरक्षाकर्मियों से बदतमीजी करने लगे। सुरक्षाकर्मी का कॉलर तक खींच लिया। सुरक्षाकर्मी ने उद्योगपति को फोन पर जानकारी दी। इसी बीच चौराहे पर खड़े पुलिसकर्मी आ गए और विवाद को निपटा दिया।
सुरक्षाकर्मियों ने उद्योगपति को फोन पर कहा, थार से अपनी कार बचाएं
उद्योगपति रामघाट रोड होते हुए सासनीगेट स्थित अपने हेड ऑफिस पहुंचे। पांच-सात मिनट रुकने के बाद यहां से चल दिए। आगरा रोड पर रूसा अस्पताल से थोड़ा आगे हनुमान मंदिर पर पहुंचे ही थे कि उद्योगपति को सुरक्षाकर्मियों का कॉल आया। बताया कि कार सवार पीछा करते आ गए हैं। तेज रफ्तार में हैं। आप अपनी कार को बचाएं। उद्योगपति ने जैसे तैसे कार को बचाया। उद्योगपति अपनी कार को रिवर्स करने लगे, तभी यू-टर्न लेकर आई थार ने आगे से टक्कर मार दी। यहीं से पूरा घटनाक्रम सीसीटीवी में कैद है।
बदमाशों के साथ घूमने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई होगी
दीपक को जेल भेज दिया गया है। शेष आरोपितों की गिरफ्तारी भी जल्द होगी। साथ ही आइजी ने शांति व्यवस्था को कायम रखने के लिए असामाजिक तत्वों के कृत्य व गुंडागर्दी का समर्थन करने वाले लोगों से सख्ती से निपटने की बात कही है। आइजी ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति बदमाशों के साथ खड़ा होता है, या उनका समर्थन करता है तो वो भी उसी श्रेणी में आएगा। ऐसे लोग बदमाशों का हौसला भी बढ़ाते हैं। हथियार रखकर बदमाशों के साथ घूमने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उनके हथियार जब्त किए जाएंगे। लाइसेंस निरस्तीकरण की कार्रवाई भी की जाएगी।
-पीयूष मोर्डिया, आइजी