दीपावली पर्व के बाद प्रतिभाएं करेंगी हुनर की आतिशबाजी, जानिए मामलाAligarh News
दीपावली त्योहार में बच्चे हों या युवा हर कोई आतिशबाजी व दीप जलाकर खुशियां मनाते हैं। इस बार दीपावली के बाद सरकारी स्कूलों की प्रतिभाएं अपने हुनर की आतिशबाजी करेंगी। हालांकि इन प्रतिभाओं के चयन का काम तो अभी भी जारी है।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। दीपावली त्योहार में बच्चे हों या युवा हर कोई आतिशबाजी व दीप जलाकर खुशियां मनाते हैं। इस बार दीपावली के बाद सरकारी स्कूलों की प्रतिभाएं अपने हुनर की आतिशबाजी करेंगी। हालांकि इन प्रतिभाओं के चयन का काम तो अभी भी जारी है, लेकिन दीपावली का पर्व बीतने के बाद ब्लाकवार सूचीबद्ध तरीके से प्रतिभाओं का चयन कर उनके लिए प्रशिक्षण की खास व्यवस्था की जाएगी। जिला पीटीआइ की ओर से ये कवायद जिले में की जा रही है। चयनित प्रतिभाएं ब्लाक स्तर से लेकर जिला, मंडल व प्रदेशस्तर तक जिले का नाम राेशन करेंगी।
बेसिक स्कूल में टीटी खेल
जिले के हर ब्लाक से अब टेबल टेनिस (टीटी) के होनहारों को चयनित किया जाएगा। अभी कोरोना काल के चलते बेसिक शिक्षा के स्कूलों को बंद रखा गया था। अब जूनियर हाईस्कूल व प्राइमरी दोनों सेक्शन को खोल दिया गया है। विद्यार्थी भी पर्याप्त संख्या में आना शुरू हो गए हैं। अलीगढ़ प्रदेश में पहला ऐसा जिला है जहां सरकारी स्कूलों के बच्चों के लिए टीटी खेल के प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई है। अब ब्लाकवार स्कूलों से टीटी के खिलाड़ियों का चयन कर मंडल व प्रदेशस्तरीय टीमें तैयार करने की कवायद शुरू होगी। जिले में कक्षा एक से आठ तक के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को टेबल टेनिस का प्रशिक्षण दिया जाएगा। अब सरकारी स्कूलों से भी स्टेट टीटी में पदक विजेता प्रतिभाएं तैयार होंगी।
निशुल्क प्रशिक्षण
जिला पीटीआइ सुशील कुमार शर्मा ने अफसरों की अनुमति व खुद के प्रयासों से बड़ी पहल कोरोना काल में ही कर दी थी। करीब 20-20 हजार रुपये लागत की तीन टेबल टेनिस (60 हजार रुपये) की टेबल खरीदीं। शुरुआती चरण में तीन स्कूलों में इनको रखवा भी दिया गया है। ब्लाक से जिला व राज्यस्तर तक की प्रतियोगिताओं में बच्चे प्रतिभाग करेंगे। उनका दावा है कि प्रदेशभर में केवल अलीगढ़ ऐसा जिला है जहां सरकारी स्कूल में टीटी के प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई है। हालांकि शासन के बजाय व्यक्तिगत स्तर पर ये व्यवस्था की गई है लेकिन, यहां मुफ्त प्रशिक्षण मिलेगा।
तीन विद्यालयों में व्यवस्था
जिला पीटीआइ ने अपने मूल विद्यालय पूर्व माध्यमिक विद्यालय बीठना लोधा व पूर्व माध्यमिक विद्यालय अंग्रेजी माध्यम एलमपुर में एक-एक टेबल रखवा दी हैं। इसके अलावा जवां ब्लाक में एक विद्यालय चयनित कर वहां टेबल रखवाएंगे। अपने मूल विद्यालय में आस-पड़ोस से छात्रों को बुलाकर प्रशिक्षण चालू भी करा दिया है।
सिर्फ कागजों में रहती थी टीटी
शासन से सरकारी स्कूलों में जारी होने वाले प्रतियोगिताओं के शेड्यूल में टेबल टेनिस सिर्फ कागजों में ही सिमटी रहती थी। किसी भी जिले से टेबल टेनिस में विद्यार्थी प्रतिभाग नहीं कर पाते हैं। क्योंकि इसके प्रशिक्षण की व्यवस्था ही नहीं थी। जिला पीटीआइ ने बताया कि लगभग 80 फीसद बच्चे जानते ही नहीं हैं कि टीटी भी कोई खेल होता है।
जहां निकलेंगी प्रतिभाएं वहां रखवाएंगे टेबल
जिला पीटीआइ सुशील ने कहा कि स्कूल खुलने पर ब्लाकस्तर पर ट्रायल कराकर टीटी की उत्कृष्ट प्रतिभाएं तलाशेंगे। जहां बेहतरीन खिलाड़ी निकलेंगे, पहले वहां टेबल रखवाकर प्रशिक्षण शुरू करेंगे। धीरे-धीरे इसका विस्तार करेंगे। इसके लिए जनप्रतिनिधियों से सहयोग भी लिया जाएगा। जिले से राज्य व राष्ट्रस्तर की टीटी प्रतिभाएं निकालना उद्देश्य है।